राहुल गांधी इस वक्त ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर रहे हैं और इस यात्रा के जरिए वह जनता से मिल रहे हैं, उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं. इस यात्रा से कांग्रेस को उम्मीद है कि वह अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने में कामयाब होगी और इस यात्रा के जरिए कांग्रेस के सोए हुए कार्यकर्ता एक बार फिर एक्टिव नजर आ रहे हैं. मीडिया में भी इस यात्रा को कहीं ना कहीं जगह मिलती हुई दिखाई दे रही है. इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी के बयान छाए हुए हैं और जिस वर्ग के लोगों से राहुल गांधी इस यात्रा के जरिए जुड़ रहे हैं, वह कहीं ना कहीं बीजेपी को परेशान करने वाला है.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जनता का भारी समर्थन मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. हालांकि वह समर्थन वोटों में तब्दील होगा या नहीं अभी कुछ कहा नहीं जा सकता. लेकिन हिमाचल प्रदेश के चुनावों से राहुल गांधी ने दूरी बनाई हुई थी वहीं गुजरात में वह चुनावी प्रचार और रैलियां करते हुए दिखाई देंगे. इन सबके बीच प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी पर गुजरात में चुनावी रैली के दौरान हमला बोला है जो कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि राहुल गांधी के खिलाफ नेगेटिव प्रचार करवाने में अव्वल रही बीजेपी अब उन से परेशान नजर आ रही है.
राहुल गांधी जिस वक्त भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं उसी वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को गुजरात की चुनावी रैली में राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी अभी गुजरात में अपनी पार्टी का प्रचार करने वाले हैं. लेकिन उससे पहले ही वह बीजेपी के स्टार प्रचारकों और खुद प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर हैं. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी एक्टिविस्ट मेधा पाटकर के साथ भी नजर आए थे. दोनों की फोटो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने उसी को मुद्दा बनाया. नर्मदा बांध परियोजना के मुद्दे पर भी मेधा पाटकर के आंदोलन को राहुल गांधी ने समर्थन दिया था.
राहुल गांधी का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात की एक रैली में कहा कि एक कांग्रेस नेता को तीन दशक तक नर्मदा परियोजना में बाधा डालने वाली महिला के साथ पदयात्रा करते देखा. उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध परियोजना तीन दशक से मेधा पाटकर सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं के कारण रुकी थी. इन लोगों ने कानूनी बाधाएं डाल रखी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने मेधा पाटकर पर गुजरात को बदनाम करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से पूछिए कि जब आपका वोट मांगने की बात आती है तो आप उन लोगों के कंधों पर हाथ रखकर पदयात्रा कर रहे हैं जो नर्मदा बांध के खिलाफ थे.
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आपको बता दें कि जिस वक्त पदयात्रा महाराष्ट्र से होकर गुजर रही थी उसी वक्त राहुल गांधी की इस पदयात्रा में मेधा पाटकर शामिल हुईं थी. मेधा पाटकर ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की अगुवाई करते हुए कहा था कि बांध का पानी हजारों आदिवासी परिवारों को विस्थापित कर देगा. राहुल गांधी की मेधा पाटेकर के साथ वायरल तस्वीरों को अब बीजेपी और उसके तमाम बड़े नेता गुजरात चुनावों में भुनाना चाहते हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी इस मुद्दे पर राहुल गांधी पर निशाना साध चुके हैं.
गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री मोदी की रैली से राजनीतिक माहौल गरमा उठा है. उन्होंने जिस तरह राहुल गांधी पर निशाना साधा है उससे लगता है कि बीजेपी अपना मुकाबला इस बार कडा मान रही है कांग्रेस के साथ. सौराष्ट्र वैसे भी कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के स्टार प्रचारक जिस तरह राहुल पर निशाना साध रहे हैं बीजेपी कहीं ना कहीं भारत जोड़ो यात्रा को कम करके नहीं आंक रही है. उसका असर गुजरात विधानसभा चुनाव पर पड़ने की पूरी संभावना है और इसके अलावा राहुल गांधी गुजरात में कांग्रेस के लिए चुनावी रैलियां भी करने वाले हैं.