हिंडनबर्ग के बाद अब OCCRP की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद एक बार फिर से अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है. इसका असर गौतम अडानी की नेटवर्थ पर भी हुआ है और अमीरों की लिस्ट में वह एक बार फिर टॉप 20 से बाहर हो गए हैं.
अचानक ऑर्गेनाइज्ड क्राईम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट्स ने अडानी समूह की कंपनियों के खिलाफ आरोपों की एक नई सीरीज में कई चौंकाने वाले दावे कर दिए हैं और एक बार फिर अडानी के शेयरों में भारी गिरावट का दौर शुरू हो गया है. गौतम अडानी की नेटवर्थ में आई कमी से अरबपतियों की लिस्ट में एक बार फिर अदानी टॉप 20 से बाहर हो गए हैं.
हालांकि OCCRP की रिपोर्ट में जो आरोप लगाए गए हैं उसे पर अडानी ग्रुप ने त्वरित टिप्पणी करते हुए इन्हें सिरे से खारिज कर दिया है. अडानी ग्रुप की ओर से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है कि हम इन आरोपों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं, यह रिपोर्ट निराधार है.
आपको बता दें कि अडानी ग्रुप एक बार फिर से नुकसान झेलता हुआ नजर आ रहा है. इसके पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद देखते ही देखते अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर टूटते चले गए थे. कुछ स्टॉक्स में तो 2 महीने के भीतर ही 80% से भी अधिक की गिरावट देखने को मिली थी.