Assembly Election 2023- राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. तमाम राजनीतिक दल किसकी तैयारी शुरू कर चुके हैं. यह चुनाव नवंबर के महीने में ही होने हैं. इनमें तीन राज्य हिंदी बेल्ट के हैं, जिनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल हैं. सबसे दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी ने इन राज्यों में मुख्यमंत्री के चेहरे के नाम का ऐलान नहीं किया है. इसके पीछे क्या वजह हो सकती है?
क्या बीजेपी को लगता है कि राज्य स्तर के नेताओं में चुनाव से ठीक पहले गुटबाजी हावी ना हो या पार्टी को लगता है कि नरेंद्र मोदी के रूप में वह शख्सियत है जिनके नाम पर मतदाताओं के बीच जाना चाहिए.
बीजेपी ने चुनावी राज्यों (Assembly Election 2023 News) में मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान क्यों नहीं किया, इसके पीछे जानकारों की राय अलग-अलग है. कुछ जानकार मानते हैं की पार्टी के आलाकमान को लगता है कि किसी एक के नाम का ऐलान करने का मतलब यह है कि पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा मिलेगा राज्यों में, लिहाजा नतीजे के आने तक बेहतर होगा कि नाम पर सस्पेंस बना रहे. हालांकि यह कांग्रेस का पुराना फॉर्मूला है जो बीजेपी अपना रही है.
मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ इन तीनों ही राज्यों में बीजेपी चुनावी टक्कर में खुद को दिखा रही है. लेकिन चुनावी जानकारों का मानना है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस आसानी से सरकार बना ले जाएगी. वहीं मध्य प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार रिपीट हो इसकी संभावना कम नजर आ रही है.
बात अगर राजस्थान की की जाए तो वहां पर भी बीजेपी ने मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान नहीं किया है. बीजेपी को लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर उसे वोट मिल जाएगा, लेकिन राजस्थान की राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि राजस्थान में वसुंधरा राजे को दरकिनार करके बीजेपी के सरकार बनाने का सपना आसानी से पूरा होता हुआ नहीं दिख रहा है.