Maharashtra: मुंबई में पिछले दो दिनों से विपक्षी गठबंधन की बैठकों का दौर जारी है. केंद्र सरकार द्वारा देश में एक देश, एक चुनाव को लेकर कमेटी गठित करने के बाद राजनीति गरमा गई है. सभी राजनीतिक दल इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना के नेता अनिल देसाई ने कहा है कि सरकार को सभी राजनीतिक दलों से बात करनी चाहिए.
उन्होंने कहा है कि पहले इस मामले में विभिन्न राजनीतिक दलों के सामने बात करने की जरूरत है और फिर योगदान, विचार विमर्श और चर्चा की जाने की जरूरत है. इसके बाद निर्णय हो.
उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत ने कहा है कि एक राष्ट्र एक चुनाव ठीक है, लेकिन निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए. केंद्र निष्पक्ष चुनाव की हमारी मांग को टालने के लिए इसे लेकर आ रहा है. मुझे लगता है कि चुनाव आगे टालने के लिए यह षड्यंत्र है. उन्होंने कहा है कि इंडिया से डर कर यह लोग बौखला गए हैं, इसलिए मीटिंग से ध्यान हटाने को लेकर यह सब लेकर आ रहे हैं. जब सेशन चलता है तब तो संसद चलने नहीं देते.
आपको बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने एक देश एक चुनाव की संभावनाओं को तलाशने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है और उसी के बाद से राजनीतिक गर्मा गई है. कई लोग तो आरोप लगा रहे हैं कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक पूर्व राष्ट्रपति को भी राजनीति में इस्तेमाल किया जा रहा है.