ऑल्ट न्यूज़ के कोफाउंडर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) को एक ट्विटर यूजर की शिकायत पर अरेस्ट किया गया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार उसे ट्विटर यूजर ने अलर्ट किया कि जुबैर पहले भी आपत्तिजनक ट्वीट्स कर चुके हैं. पुलिस ने ट्विटर पर हनुमान भक्त नाम रखने वाले जिस यूजर के अलर्ट पर एक्शन लिया उसने अक्टूबर 2021 में अकाउंट बनाया था.
दिलचस्प बात यह है कि अकाउंट से 24 घंटे पहले तक बस एक ही ट्वीट किया गया था. यह वही ट्वीट है जिसका दिल्ली पुलिस में संज्ञान लिया. दिल्ली पुलिस ने जुबेर को पूछताछ के लिए बुलाया था दिल्ली पुलिस ने जो ट्वीट आपत्तिजनक पाया उसमें हनीमून होटल के साइन बोर्ड को हनुमान होटल में बदला गए दिखाया गया.
दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया है कि मोहम्मद जुबैर की पोस्ट में एक धर्म विशेष के खिलाफ तस्वीर और शब्द थे. ऐसा जानबूझकर किया गया, जो नफरत फैलाने के लिए पर्याप्त है. दिल्ली पुलिस के अनुसार पूछताछ में जुबैर ने सवालों के सही जवाब नहीं दिए. टेक्निकल इक्विपमेंट भी पुलिस को नहीं दिए. पुलिस ने संदेहास्पद व्यवहार देखकर जुबैर को अरेस्ट करने का फैसला किया, ऐसा पुलिस का कहना है.
इस पूरे मामले पर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया आ रही है. अब इस मामले पर आज तक की एंकर अंजना ओम कश्यप (Anjana Om Kashyap) ने भी एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि वह फैक्ट चेक के नाम पर सोशल मीडिया पर सिलेक्टिव पत्थरबाजी करता रहा. जिनको फायदा होता रहा, आज वही निकले हैं मोहल्ले में!
वो फैक्टचेक के नाम पर सोशल मीडिया पर सेलेक्टिव पत्थरबाज़ी करता रहा। जिनको फ़ायदा होता रहा आज वही निकले हैं मोहल्ले में!
— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) June 28, 2022
इस ट्वीट के बाद अंजना ओम कश्यप जमकर ट्रोल हो रही हैं. किशन कुमार नामक युजर ने लिखा कि, क्या किसी के विचारों से असहमत होने के लिए, सही शब्दों का चुनाव नहीं किया जा सकता? कोई उन्हें पत्रकारिता की नसीहत दे रहा है तो कोई उन्हें बीजेपी का समर्थक बता रहा है.
अरुण नामक ट्विटर यूजर ने लिखा कि, अमित मालवीय ने लगा दिया काम पर बिचारे गोदी एंकर को. ये अमित मालवीय चैन से जीने नहीं देता. न्यूज़ रूम मे भी दलाली यहाँ भी दलाली करने पर मजबूर करता. दया आती है बिचारे गोदी एंकर पर. कासिम अली शेख ने अंजना ओम कश्यप को जवाब देते हुए लिखा कि, जो पत्रकार थे वो दलाली करने में लग गए सरकार की. इसलिए फैक्ट चेक लोगो को करना पड़ा.