अनुपम खेर (Anupam Kher) मौजूदा सरकार यानी बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक माने जाते हैं. आजकल वह हर मुद्दे पर सोशल मीडिया पर ट्रोल होते हुए नजर आते हैं. सरकार के बचाव में और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के बचाव में अक्सर वह उल जलूल तर्क देते हुए भी नजर आते हैं, जिससे सोशल मीडिया यूजर्स और विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहते हैं.
2014 में मोदी सरकार आने से पहले अनुपम खेर तथा तमाम अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी हुई चर्चित हस्तियां किसी भी मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखती थी और उस वक्त की केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने से भी नहीं डरती थी. हर मुद्दे पर बेबाक राय रखकर जनता का साथ देती थी. लेकिन 2014 के बाद से अनुपम खेर तथा तमाम वह लोग चुप हैं, जो 2014 से पहले किसी भी मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करते थे.
2014 से पहले रुपए की गिरती कीमतों को लेकर अनुपम खेर उस वक्त की मनमोहन सरकार को कटघरे में खड़ा करते थे और कटाक्ष करने से भी नहीं हिचकते थे. उसी वक्त का अनुपम खेर का एक ट्वीट वायरल हुआ है. जिसमें उन्होंने लिखा था कि, सब कुछ गिर रहा है रुपए की कीमत और इंसान की कीमत. “हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा रोती है”.
अनुपम खेर के इस पुराने ट्वीट को अब सोशल मीडिया यूजर्स वायरल कर रहे हैं इस पर कांग्रेस की तेजतर्रार प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा है कि, हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा रोती है. कहने वाले खेर साहब रुपया 80 के पर है, शायद मिस हो गया हो. इसके साथ उन्होंने अनुपम खेर को टैग भी किया है.
हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा रोती हैकहने वाले खेर साहब रुपया 80 के पर है, शायद मिस हो गया हो @AnupamPKher https://t.co/R37CuB89Wq
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) July 20, 2022
आपको बता दें कि क्या है डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरती कीमत हो या फिर पेट्रोल-डीजल की बढ़ती हुई कीमतें, जो लोग 2014 से पहले सरकार से सवाल करते थे अब वह लोग उन्हीं मुद्दों पर खामोश हैं. जिसके लिए उन्हें जनता तथा विपक्षी पार्टियों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. अनुपम खेर मोदी सरकार के बड़े समर्थक माने जाते हैं. उनकी पत्नी बीजेपी की नेता भी हैं. इसलिए भी वह है जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने से बचते हैं. पिछले दिनों अनुपम खेर “द कश्मीर फाइल्स” फिल्म में दिखाई दिए थे.