बकरे की अम्मा कब तक खैर मनायेगी, एक मा’रेंगे तो हम….. जैसे भाषणों के लिए मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को जाना जाता था. इसके साथ-साथ वह गोरखपुर के सांसद भी थे. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोग उनके सख्त तेवरों के कारण जानते हैं. विरोधियों पर सख्त टिप्पणी करना, राजनीति में धार्मिक एजेंडा सेट करना भी उनकी पहचान है. मुख्यमंत्री बनने से पहले उनके धार्मिक भाषण काफी वायरल हुए थे.
विधानसभा चुनाव में तमाम रैलियां योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं और इसमें से टाइम निकाल कर वह गोरखपुर मठ जरूर जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं धर्म और राजनीति के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को और क्या-क्या पसंद है?
यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि योगी आदित्यनाथ ड्राइविंग के शौकीन है. मुख्यमंत्री बनने से पहले उनका अधिकांश समय गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में ही बीतता था. ऐसे में कहा जाता है कि गोरखपुर शहर में गाड़ी कोई भी खरीदे, लेकिन उसका उद्घाटन योगी आदित्यनाथ ही करते थे.
योगी आदित्यनाथ से जुड़े हुए लोग शोरूम से गाड़ी लेकर डायरेक्ट गोरखनाथ मंदिर पहुंचते थे. योगी खुद उस गाड़ी को ड्राइव करते थे. योगी खुद भी लग्जरी गाड़ियों के शौकीन है और उन गाड़ियों पर वीआईपी नंबर ही रखते हैं. यही वजह है कि जब भी योगी आदित्यनाथ गाड़ी बदलते थे तो उनकी पुरानी गाड़ी के खरीदार मुंह मांगी कीमत देकर लेने को तैयार रहते थे.
योगी आदित्यनाथ की गाड़ी की अहमियत गोरखपुर के लोगों में इतनी है कि वह नई गाड़ी से अधिक कीमत देकर योगी की पुरानी गाड़ियों को खरीद लेते थे. मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ लाल सफारी से चलते थे, जिसे बाद में लच्छीपुर वार्ड के तत्कालीन पार्षद और वर्तमान में नगर निगम के मनोनीत पार्षद जीत सिंह सोनकर ने 11 लाख में खरीदी थी.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआती दिनों में योगी आदित्यनाथ को ड्राइविंग का बेहद शौक था. वह अक्सर खुद गाड़ी लेकर सड़कों पर निकल जाते थे. एक बार साल 1999 के दौरान मनीराम के पास उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था, हालांकि इसमें उन्हें चोट नहीं आई थी. लेकिन गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी. उस वक्त के महंत अवैद्यनाथ ने फिर योगी को गाड़ी चलाने के लिए मना किया था. इसके बाद वह अक्सर मंदिर परिसर में ही ड्राइव करके अपना शौक पूरा कर लेते थे.
योगी आदित्यनाथ जानवरों से भी काफी लगाव रखते हैं. इंटरनेट पर कई ऐसी तस्वीरें दिखाई देती हैं जिसमें योगी आदित्यनाथ बाघ, बंदर और गायों के साथ दुलार करते हुए नजर आते हैं. सोशल मीडिया पर गुल्लू भी काफी प्रसिद्ध है. बताया जाता है कि योगी आदित्यनाथ की कुत्ते का नाम गुल्लू है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसका नतीजा 10 मार्च को सामने आएगा. लेकिन बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और बीजेपी की वही स्थिति नहीं है जो 2017 में हुआ करती थी. बीजेपी इस बार चुनाव जीतने के लिए मशक्कत कर रही है, समाजवादी पार्टी से उसे जबरदस्त टक्कर मिल रही है.