बीजेपी ने हरियाणा आईटी सेल के इंचार्ज अरुण यादव (Arun Yadav) को पार्टी से निकाल दिया है. अरुण यादव पर यह कार्यवाही एक इस्लाम विरोधी ट्वीट को लेकर की गई है. अरुण यादव का ट्वीट 2017 का है, लेकिन अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस ट्वीट को लेकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है.
यह मामला सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहा है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि अरुण यादव को तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जा रहा है, हालांकि उन्होंने इसका कोई कारण नहीं बताया है. पिछले महीने पैगंबर पर दिए विवादित बयानों के चलते बीजेपी ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया था.
अरुण यादव के खिलाफ अब तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं की गई है. गुरुवार को सोशल मीडिया अरेस्ट अरुण यादव के नाम से एक कैंपेन चलाया गया, जिसमें कई लोगों ने पैगंबर पर टिप्पणी करने को लेकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की. सोशल मीडिया पर अरुण यादव की गिरफ्तारी की मांग करते हुए लोगों ने कहा कि जब एक ट्वीट को लेकर अल्ट न्यूज के कोफाउंडर को अरेस्ट किया जा सकता है तो अरुण यादव और नूपुर शर्मा के मामले में पुलिस कार्रवाई क्यों नही की गई?
आपको बता दें कि अरुण यादव अपनी आपत्तिजनक ट्वीट को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. सोशल मीडिया पर भी उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है. वही पद से हटाए जाने को लेकर अरुण यादव की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. फिलहाल अरुण यादव के खिलाफ अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है. लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स ने उन पर एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है.