त्रिपुरा में चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी के विधायक आशीष दास (Ashish Das) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा और पीएम मोदी की आलोचना करने के अगले दिन मंगलवार को बीजेपी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के संकेत भी दिए.
आशीष दास ने मंगलवार को कोलकाता के कालीघाट मंदिर में पछतावे के तौर पर अपना सिर मुंडवाकर और यज्ञ करने के बाद बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी शासित त्रिपुरा में राजनीतिक अराजकता व्याप्त है, जहां लोग राज्य सरकार के कामकाज से नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि आपको जल्द ही सब कुछ पता चल जाएगा.
इससे पहले आशीष दास के बयानों पर पलटवार करने की कोशिश करते हुए त्रिपुरा बीजेपी प्रमुख माणिक साहा ने कहा कि वह सब कुछ देख रहे हैं और समय आने पर उचित कदम उठाए जाएंगे. साहा ने अगरतला में कहा कि दास की गतिविधियां पिछले कुछ समय से सामान्य नहीं रही हैं. पार्टी उनके द्वारा उठाए गए कदमों की जांच के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.
Tripura BJP MLA Ashish Das performs havan & tonsures head at Kalighat Kali Temple in Kolkata
"I'm quitting BJP today. I had talks with TMC. More BJP MLAs may leave the party in coming days," says Ashish Das pic.twitter.com/ZSY9DbrX7N
— ANI (@ANI) October 5, 2021
इससे पहले उत्तरी त्रिपुरा में सूरमा विधानसभा सीट के विधायक दास ने सोमवार को कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए देश की अधिकांश सरकारी संपत्तियों को निजी कंपनियों को बेचने’ के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था, एक बार मोदी के संदेशों ने देश भर के लोगों के मन में हलचल मचा दी थी. मोदी ने कभी कहा था कि ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ लेकिन अब यह देश में एक लोकप्रिय जुमला (मजाक) बन गया है.
उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र और राज्यों में बीजेपी ‘निरंकुश शैली’ में सरकारें चला रही है. वहीं भवानीपुर उपचुनाव में रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल करने के लिए ममता बनर्जी की प्रशंसा करते हुए आशीष दास ने कहा था कि कई लोग और संगठन ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और इस पद पर उनका उत्थान बहुत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि वह एक बंगाली हैं.
बता दें कि आशीष दास और चार अन्य बीजेपी विधायकों-सुदीप रॉय बर्मन, आशीष कुमार साहा, दीबा चंद्र हरंगखॉल और बरबा मोहन त्रिपुरा ने हाल ही में अगरतला में एक बड़ी सभा की थी, जिसमें कई स्थानीय बीजेपी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए थे. संगठन में विद्रोह को रोकने और शासन को सही करने के लिए बीजेपी के पूर्वोत्तर क्षेत्रीय संगठन सचिव अजय जामवाल के नेतृत्व में केंद्रीय पार्टी के कई नेता राज्य में डेरा डाले हुए हैं.