प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की तरफ से एक बयान आया है जिसकी काफी आलोचना हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 5 अगस्त को हमने देखा कि कैसे कुछ लोगों ने काला जादू फैलाने की कोशिश की. यह लोग सोचते हैं कि काले कपड़े पहन कर वह अपनी निराशा को खत्म कर सकते हैं, लेकिन वह जानते नहीं है कि जादू, टोना, काला जादू और अंधविश्वास में लिप्त होकर वह फिर से लोगों का विश्वास अर्जित नहीं कर सकते.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह लोग काले कपड़े पहन कर निराशा खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि वह कितना ही झाड़-फूक कर ले, कितना ही काला जादू कर ले, अंधविश्वास कर ले, जनता का विश्वास अब उन पर दोबारा कभी नहीं बन पाएगा. हालांकि कांग्रेस ने जिन मुद्दों पर प्रदर्शन किया था उन मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कोई जवाब नहीं दिया.
कांग्रेस ने 5 अगस्त को महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी का विरोध किया था. पूरे देश में प्रदर्शन किया था और कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने काले कपड़े पहन कर अपना विरोध दर्ज कराया था. अब प्रधानमंत्री मोदी महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी पर जवाब देने की जगह कांग्रेस के प्रदर्शन को काले जादू से जोड़ रहे हैं.
इसको लेकर कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि देश चाहता है कि वह उनकी समस्याओं के बारे में बात करें लेकिन जुमलाजीवी बस कुछ भी कहते रहते हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी की काले कपड़ों में तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि वह काले कपड़े को बेवजह मुद्दा बना रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के काले जादू वाले बयान पर सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हो रही है. वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी (Punya Prasun Bajpai) ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि, साहेब का जादू कम हो चला…साहेब को काला जादू याद आ गया…
साहेब का जादू कम हो चला….
साहेब को काला जादू याद आ गया…— punya prasun bajpai (@ppbajpai) August 10, 2022
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के प्रदर्शन को देश के गृह मंत्री अमित शाह ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के विरोध से जोड़ दिया था. अमित शाह के उस बयान की भी काफी आलोचना हुई थी और अब जिस मुद्दे पर प्रदर्शन हुआ था उस पर जवाब देने की जगह प्रधानमंत्री मोदी ने भी गलत बयान बाजी की है.