श्रीलंका में इमरजेंसी लगी हुई है, जनता सड़कों पर है. सत्ता का विरोध हो रहा है. श्रीलंका सरकार की नाकामियों की वजह से आज से लंका बर्बादी के दलदल में धंस चुका है. सेना और जनता आमने सामने हैं. श्रीलंका में हालात बुरी तरीके से बेकाबू हो चुके हैं. वहां के प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के साथ ही श्रीलंका में हिं’सा भ’ड़क गई है.
भीड़ ने श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के पैतृक घर में भी जमकर तोड़फोड़ और आ’ग’जनी की है. इसके अलावा सत्ताधारी पार्टी के कई सांसदों का घर ज’ला दिया गया है. श्रीलंका में इमरजेंसी लगी हुई है पुलिस ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा रखा है. लेकिन लगातार जनता सड़कों पर उतर कर विरोध कर रही है.
इसी को लेकर वरिष्ठ पत्रकार और भारत समाचार के एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्रा (Brajesh Mishra) ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि, श्रीलंका पौराणिक काल से अभिशप्त है. फिर से लंका दहन हो रहा है. इस बार भी लंका की बरबादी स्वयं लंकेश ने लिखी है. लंकाधिपति के सेनापति और छोटे भ्राता श्री ने भीषण संग्राम से भयभीत हो अपना सिंहासन छोड़ दिया।. लेकिन ‘रावण उसके भाइयो और सौ पुत्रो’ का अत्याचार अब लंकाइयों को स्वीकार नही.
श्रीलंका पौराणिक काल से अभिशप्त है। फिर से लंका दहन हो रहा है। इस बार भी लंका की बरबादी स्वयं लंकेश ने लिखी है। लंकाधिपति के सेनापति और छोटे भ्राता श्री ने भीषण संग्राम से भयभीत हो अपना सिंहासन छोड़ दिया। लेकिन 'रावण उसके भाइयो और सौ पुत्रो' का अत्याचार अब लंकाइयों को स्वीकार नही
— Brajesh Misra (@brajeshlive) May 10, 2022
आपको बता दें कि, इस बीच राजपक्षे परवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई. सुरक्षा अधिकारियों ने राजपक्षे परिवार से मुलाकात की है. श्रीलंका में हाालत बेकाबू हैं. सोशल मीडिया पर इस को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है.