महाराष्ट्र में सियासी संकट गहरा होता जा रहा है. खबर यह आ रही है कि दो और विधायक एकनाथ शिंदे के समर्थन में आ गए हैं और वह मुंबई से गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं. इस तरह अब तक 42 विधायक उद्धव सरकार के खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं. शाम तक यह आंकड़ा 50 तक हो जाने की संभावना जताई जा रही है. के घर अब भी टीम मौजूद, ब्रजेश मिश्रा को परेशान किया
इससे पहले एकनाथ शिंदे अपने 40 विधायकों के साथ स्पेशल फ्लाइट से बुधवार सुबह सूरत से गुवाहाटी पहुंच गए हैं. BJP के नेताओं ने उन्हें रिसीव किया. एयरपोर्ट के बाहर 3 बसों से उन्हें होटल ले जाया गया. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम नजर आए. गुवाहाटी एयरपोर्ट पर एकनाथ शिंदे ने फिर दोहराया कि हम बाला साहब ठाकरे के हिंदुत्व को आगे लेकर जाएंगे. इससे पहले उन्होंने सूरत एयरपोर्ट पर कहा था कि अभी हमने बाला साहब ठाकरे का हिंदू को छोड़ा नहीं है.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा (Brajesh Mishra) ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कम शब्दों में बहुत ही स्पष्ट बात कही है. उन्होंने लिखा है कि, राजा जब निष्क्रिय, बेखबर और कमजोर होता है तो महत्वाकांक्षी दरबारी सत्ता पलट देते हैं. मध्यकालीन इतिहास ऐसी मिसालों से भरा पड़ा है. पावर हमेशा पराक्रम और परिश्रम से हासिल होती है. घर बैठने और ऐंठने से बहुत से बेहोश राजाओं ने अपनी सत्ता गंवाई है.
राजा जब निष्क्रिय, बेखबर और कमजोर होता है तो महत्वाकांक्षी दरबारी सत्ता पलट देते हैं। मध्यकालीन इतिहास ऐसी मिसालों से भरा पड़ा है। पावर हमेशा पराक्रम और परिश्रम से हासिल होती है। घर बैठने और ऐंठने से बहुत से बेहोश राजाओं ने अपनी सत्ता गंवाई है।
— Brajesh Misra (@brajeshlive) June 22, 2022
आपको बता दें कि महाराष्ट्र की जारी हलचल को देखते हुए उद्धव ठाकरे की सरकार बचना अब नामुमकिन नजर आ रहा है. कई लोगों का कहना है कि अब कोई पॉलिटिकल जेम्स बांड ही महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी सरकार को बचा सकता है. इस वक्त महाराष्ट्र में राजनीति दिलचस्प मोड़ पर खड़ी है. देखना यह होगा कि महाविकास आघाडी के नेता इस परिस्थिति से निकल पाते हैं या फिर फसकर सत्ता गवा देते हैं.