इस वक्त भारतीय मीडिया (Indian media) अपनी साख खोती जा रही है. इसको लेकर कई वर्षों से लोग अलग-अलग तरह की बातें कर रहे हैं और भारतीय मीडिया पर सवालिया निशान भी खड़े कर रहे हैं. इसके पीछे कहीं न कहीं भारतीय मीडिया की कुछ हरकतें भी जिम्मेदार हैं.
भारतीय मीडिया में रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर जिस तरह की खबरें दिखाई जा रही हैं वह भी सवालों के घेरे में है. देश की जनता के सामने कुछ तस्वीरें परोस कर टीआरपी बटोरी जा रही है और यूक्रेन युद्ध की खबरें दिखाने की होड़ में कई बार गलत तथ्यों को भी भारतीय मीडिया, भारतीय दर्शकों के सामने प्रस्तुत कर रही है.
पिछले दिनों एक खबर दिखाई गई थी कि यूक्रेन से भारतीयों को निकलने में सहूलियत देने के लिए रूस ने 6 घंटे के लिए युद्ध को रोक दिया था. हालांकि यह खबर पूरी तरीके से फेक थी और इस खबर को बड़े-बड़े भारतीय चैनलों ने दिखाया था और टीआरपी बटोरी थी और इसके साथ साथ मौजूदा सरकार का गुणगान किया था.
यूक्रेन युद्ध से रिपोर्टिंग करते हुए एक वीडियो भारत समाचार के एडिटर इन चीफ बृजेश मिश्रा (Brijesh Mishra) ने पोस्ट किया है और भारतीय मीडिया पर कटाक्ष किया है. उन्होंने लिखा है कि, वॉर जोन से रिपोर्टिंग बेहद जोखिम भरा काम है. जानलेवा भी हो सकता है. यूक्रेन मे स्काई न्यूज के ब्यूरो चीफ और टीम पर रूसी सेना ने भयानक गोलीबारी की. ये वीडियो बहुत खौफनाक है. लेकिन रिपोर्टिग रुकी नही. अद्भुत साहस. कीव से फालतू किस्सा सुनाने वाले हमारे पत्रकार ये वीडियो जरूर देखें.
वॉर जोन से रिपोर्टिंग बेहद जोखिम भरा काम है। जानलेवा भी हो सकता है। यूक्रेन मे स्काई न्यूज के ब्यूरो चीफ और टीम पर रूसी सेना ने भयानक गोलीबारी की। ये वीडियो बहुत खौफनाक है। लेकिन रिपोर्टिग रुकी नही। अद्भुत साहस। कीव से फालतू किस्सा सुनाने वाले हमारे पत्रकार ये वीडियो जरूर देखें। pic.twitter.com/1Ds80D5UVD
— Brajesh Misra (@brajeshlive) March 5, 2022
इस वक्त रूस यूक्रेन युद्ध में भारत के लोगों के काम की खबर कहीं से निकल कर आ रही है तो वह सिर्फ और सिर्फ वहां फंसे भारतीय छात्रों द्वारा वीडियो बनाकर अवगत कराया जा रहा है. जो वीडियो भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे होने के बाद भी शेयर कर रहे हैं, उसको लेकर भी भारतीय मीडिया में कोई हलचल नहीं है, कोई खबर नहीं दिखाई जा रही है. शायद इसके पीछे कारण यही होगा कि मोदी सरकार की नाकामी देश के सामने आ जाएगी.
आपको बता दें कि यूक्रेन रूस युद्ध में भी मौजूदा भारतीय मीडिया मोदी सरकार का प्रचार प्रसार कर रही है और कई बार गलत खबरों को भी दिखाया जा रहा है जिसकी पुष्टि तक नहीं हो रही है और जब खबर भ्रामक साबित हो रही है तो भारतीय मीडिया उसको लेकर माफी भी नहीं मांग रहा है दर्शकों से.