charanjit singh channi Arvind Kejriwal

पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (charanjit singh channi) ने आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका दिया है. दरअसल, आम आदमी पार्टी ने आम लोगों की दुखती रगों में से एक ‘बिजली बिल’ पर एक वादा किया था. अब बिजली बिलों पर ही सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने बड़ा ऐलान कर दिया है.

सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने ऐलान किया कि राज्य में 1200 करोड़ के बकाया बिजली बिल माफ किए जा रहे हैं. इस पैसे को पंजाब सरकार अपनी जेब से बिजली कंपनियों को देगी. सीएम चन्नी ने बताया कि सरकार के इस फैसले से पंजाब के 53 लाख परिवारों को फायदा होगा. बताया कि सरकार के इस फैसले से पंजाब के 53 लाख परिवारों को फायदा होगा.

बताया गया कि 2kw तक बिजली मीटर इस्तेमाल करने वालों के बकाया बिजली बिल माफ किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं कटे हुए बिजली कनेक्शन दोबारा बहाल भी किए जाएंगे. बता दें कि पंजाब समेत बाकी राज्यों में भी आम आदमी पार्टी ने फ्री बिजली देने का वादा किया था. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया ने कई मौकों पर कहा कि दिल्ली की तरह इन राज्यों में भी सरकार बनने पर फ्री बिजली देंगे.

पंजाब के लिए AAP ने वादा किया था कि अगर सरकार बनी तो वह लोगों को 300 यूनिट तक बिजली फ्री देंगे. AAP के इस वादे ने पंजाब में राजनीतिक बैचेनी बढ़ा दी थी. बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम चन्नी ने कहा, जिन लोगों के बिजली कनेक्शन बिल ना भरने की वजह से कटे हुए हैं और जो गरीब हैं, दो किलो वाट तक के उपभोक्ता हैं उनका पिछला जो बिल आया है वो सारा बकाया सरकार भरेगी.

सीएम ने कहा कि जिनके कनेक्शन इसलिए काटे गए कि वो डिफॉल्टर हैं उनके बिल पंजाब सरकार भरेगी. बता दें कि अरविंद केजरीवाल दो दिनों के दौरे पर पंजाब में हैं. AAP का कहना है कि दिल्ली सीएम वहां कई अहम घोषणाएं करेंगे. मिली जानकारी के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) 29 सितंबर को करीब 3 बजे लुधियाना में होंगे. वहां वह बिजनेसमैन और इंडस्ट्री के लोगों से मीटिंग करेंगे. इसके बाद 30 सितंबर को वह 11 बजे दूसरा गारंटी कार्ड लॉन्च करेंगे.

सिद्धू से बोले पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी

पंजाब में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के अचानक हुए इस्तीफे के बाद से राजीनितिक हलचल तेज है. एक बाद एक बयानों की बारिश हो रही है. इस बीच आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैबिनेट की बैठक की. सिद्धू को लेकर उठ रहे सवालों के भी जवाब दिए. मुख्यमंत्री ने माना कि सिद्धू के इस्तीफे से माहौल खराब हुआ. उन्होंने कहा कि मैं सिद्धू बैठकर बात करें और मामले को सुलझा लेंगे.

नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफों को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी का मुखिया होता है प्रधान. परिवार में बैठकर समस्या का समाधान होता है सिद्धू साहब से फ़ोन पर बातचीत हुई है. पार्टी सुप्रीम है, विचारधारा सुप्रीम है. उन्होंने कहा कि आपको अगर लगता है की गलती हुई है तो आप बताएं. पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोई कोशिश नहीं है. हम और वह बैठकर बात चीत करके ख़त्म करेंगे.

सिद्धू ने ट्विटर पर बयान जारी कर रहा है कि वो हक़-सच की लड़ाई लड़ रहे हैं और आखिरी दम तक उनकी ये लड़ाई जारी रहेगी. सिद्धू ने अपने वीडियो संदेश में कहा, मेरा 17 साल का राजनीतिक सफर एक मकसद के लिए रहा. पंजाब के लोगों की ज़िन्दगी को बेहतर करना और मुद्दों की राजनीति पर स्टैंड लेकर खड़ा रहना यही मेरा धर्म है. मेरी आज तक किसी से कोई निजी लड़ाई नहीं रही.

उन्होंने कहा, मैं न हाईकमांड को गुमराह कर सकता, न गुमराह होने दे सकता. इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ने के लिए, पंजाब के लोगों की ज़िन्दगी को बेहतर करने के लिए किसी भी चीज की कुर्बानी मैं दूंगा. इसके लिए मुझे कुछ सोचने की ज़रूरत नहीं है. 6 साल पहले जिन्होंने बादलों को क्लीन चिट दी. उन्हें इंसाफ का जिम्मा सौंपा गया है. मैंने हाईकमान को न गुमराह किया और न होने दूंगा. इन लोगों को लाकर सिस्टम नहीं बदला जा सकता.

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