बॉलीवुड अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह (Chitrangada Singh) बहुत कम सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं. आजकल इंडस्ट्री में साउथ बनाम बॉलीवुड को लेकर बहस छिड़ी हुई है. भाषा को लेकर विवाद चल रहा है. हाल ही में अजय देवगन सहित अक्षय कुमार तक ने अपनी राय इस पूरे मुद्दे पर रखी है. हाल ही में चित्रांगदा सिंह “कटिंग चाय” वेब सीरीज में नजर आईं. भाषा पर छिड़ी जुबानी जंग को लेकर उन्होंने अपना बेबाकी से पक्ष रखा है।
अभिनेत्री चित्रांगदा (Chitrangada Singh) सिंह इस डिबेट से पूरी तरीके से असहमत नजर आईं. उनका मानना है कि आखिर भारत में एक ही भाषा कैसे हो सकती है. एक मीडिया चैनल से बातचीत में उन्होंने भारत की यूनिकनेस और डायवर्स कल्चर को भी लेकर अपनी बात रखी. चित्रागंदा सिंह का कहना था कि भारत की ब्यूटी यही है कि इस देश में कई सारी भाषाएं बोली जाती हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे यहां बहुत सारी क्यूजीन्स हैं, डायवर्स कल्चर है और सब कुछ मौजूद है. मेरे लिए यही भारत है. नेशनल लैंग्वेज, नेशनल बर्ड, यह सभी एक सिंबल है. यह चीजें भारत को बदलती नहीं है. भारत बहुत बड़ा देश है, यहां कैसे एक भाषा हो सकती है? यह बात सेंस नहीं रखती.
चित्रांगदा सिंह (Chitrangada Singh) आगे कहती हैं कि हमें देश की डाइवर्सिटी को समझना होगा. यह बहुत ही कीमती देश है. यूनिक है. मुझे बताओ कोई और दूसरा देश जो भारत की तरह हो. कोई है ही नहीं. भारत में रहते हुए कई बार आप एहसास नहीं करते कि यह इतनी अद्भुत जगह है. लेकिन जब हम दूसरे देशों में से आए लोगों को देखते हैं और सुनते हैं, जब वह हमारे देश की तारीफ करते हैं तो हमें पता चलता है कि हम कहां रह रहे हैं हर. 100 किलोमीटर की दूरी पर हमारा देश बदलता नजर आता है. कल्चर डायवर्स नजर आता है यह अद्भुत चीज है.