कांग्रेस हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले अपने विधायक कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) को सीडब्ल्यूसी की सदस्यता से हटाने और उन्हें पार्टी से निलंबित करने की कार्रवाई करने वाली है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिश्नोई की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए हरियाणा असेंबली के स्पीकर को कांग्रेस की ओर से पत्र भी लिखा जाएगा.
हिसार के आदमपुर से कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन के विरोध में वोट किया था. उन्होंने भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में मतदान किया. कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद्द हो गया, जिससे अजय माखन को लेकर 31 में से 29 वोट ही मिले और वह चुनाव हार गए.
कुमारी शैलजा ने जब हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था उसके बाद कुलदीप विश्नोई प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल थे. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा अपने बेटे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को पीसीसी चीफ बनाना चाहते थे. लेकिन राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में होने के नाते दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बन सके. कुलदीप बिश्नोई का खेल बिगाड़ने के लिए भूपेंद्र हुड्डा ने दलित नेता उदयभान के नाम का प्रस्ताव आलाकमान के पास भेज दिया और अपनी बात मनवाने में कामयाब रहे.
कुलदीप बिश्नोई उसी वक़्त से नाराज बताए जा रहे हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार तड़के 4 बजे विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं उन सभी विधायकों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने बीजेपी उम्मीदवार और निर्दलीय उम्मीदवार के लिए वोट किया. यह एक तरह से हरियाणा के लोगों और लोकतंत्र की जीत है.
कुलदीप बिश्नोई को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए वोट दिया. मैं कह सकता हूं कि उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों और उपलब्धियों से प्रभावित होकर वोट दिया होगा. उन्होंने इसकी परवाह नहीं की कि कांग्रेस क्या कार्रवाई करेगी. मैं उन्हें बधाई देता हूं.
क्या बीजेपी के दरवाजे कुलदीप बिश्नोई के लिए खुले हैं? इस पर मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा अगर वह पार्टी में शामिल होते हैं तो उनका स्वागत करेंगे. हुड्डा साहब का भी स्वागत है. आपको बता दें कि कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के तीन बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत नेता भजनलाल के बेटे हैं. उन्होंने राज्यसभा चुनाव में अंतरात्मा की आवाज पर वोट की बात कहकर कांग्रेस हाईकमान को अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है.
कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को राज्यसभा चुनाव में हरवा कर विश्नोई ने भूपेंद्र हुड्डा से भी अपनी कसक निकाल ली है, जिन्होंने कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने में रोड़ा अटकाया था. आपको बता दें कि कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या बल होते हुए भी अजय माकन का हार जाना पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए बड़ा झटका है. इससे हाईकमान की नजरों में उनकी छवि खराब होगी. इसी वजह से हरियाणा कांग्रेस में अजय माकन की हार के चंद घंटे बाद ही कुलदीप बिश्नोई को भी सभी पदों से हटाने का फैसला ले लिया है.