Sonia Gandhi G-23

दिल्ली के एआईसीसी दफ्तर में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हो चुकी है. बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद हैं. इस बैठक में लखीमपुर खीरी हिंसा, पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा होगी.

अभी हाल ही में गुलाम नबी आजाद ने सोनिया को चिट्ठी लिखकर बैठक बुलाने की मांग की थी, इससे पहले कांग्रेस के बागी गुट यानी G-23 ने सिद्धू के इस्तीफे के बाद पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे. इन सबके बीच ये बैठक अहम मानी जा रही है.

सूत्रों के अनुसार जो जानकारी निकल कर आ रही है उसके मुताबिक बैठक में G-23 के नेताओं को सोनिया गांधी ने करारा जवाब दिया है उन्होंने सख्त लहजे में कहा है कि, सोनिया गांधी की G23 नेताओं को नसीहत, मैं पार्टी नेताओं से खुले दिल से बात करती हूं लेकिन मुझसे मीडिया के जरिए बात करने की ज़रूरत नहीं है.

इसके अलावा सोनिया गांधी ने कहा है कि, अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं ही कांग्रेस की पूर्णकालिक और कार्यशील अध्यक्ष हूँ. सोनिया गांधी ने कहा है कि वह पहले ही चुनाव करवाना चाहती थी लेकिन कोरोना के चलते चुनाव नहीं करवा पाए. अब पार्टी संगठन के चुनाव के लिए शेड्यूल घोषित किया जाएगा.

इस बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार का एकमात्र एजेंडा है, बेचो, बेचो, बेचो. इसके अलावा सोनिया गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों की टारगेटेड किलिंग की निंदा करते हैं.

आपको बता दें कि, कांग्रेस CWC की बैठक से पहले सबके फोन जमा करवा लिए गए हैं. मनमोहन सिंह, दिग्विजय सिंह और RPN सिंह विभिन्न कारणों से CWC की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. CWC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, पार्टी का संगठन चुनाव आपके सामने हैं. संगठन महासचिव KC वेणुगोपाल आपको पूरे कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देंगे.

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कार्यसमिति की बैठक में लखीमपुर खीरी, किसानों के मसले और बाकी मुद्दों पर मोदी और योगी सरकार को घेरने के अलावा नए अध्यक्ष और संगठन के चुनावों पर कार्यक्रम तय हो जाएगा और चुनाव समिति को चुनाव तय समय पर कराने के निर्देश भी दे दिये जाएंगे, मगर आने वाले पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए संभव है कि संगठन के चुनाव अगले साल विधानसभा चुनावों के बाद कराए जाएं.

माना जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में कांग्रेस के नये अध्यक्ष के चुनाव को लेकर किसी तारीख या रूपरेखा को पार्टी नेतृत्व द्वारा अंतिम रूप दिया जा सकता है. पार्टी ने 22 जनवरी को सीडब्ल्यूसी की अपनी बैठक में यह फैसला किया था कि कांग्रेस में जून 2021 तक निर्वाचित अध्यक्ष होगा.

लेकिन कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते 10 मई की सीडब्ल्यूसी बैठक में इसे टाल दिया गया था. सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय हो रही है जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं.

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