राजस्थान में कांग्रेस का चिंतन शिविर चल रहा है और आज यानी रविवार को तीसरा और आखिरी दिन है. चिंतन शिविर (Chintan shivir) में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करने पर चर्चा हो रही है. इस बीच कांग्रेस में चिंतन शिविर में बीजेपी के हिंदुत्व की राजनीति पर भी चर्चा की है.
जो जानकारी निकल कर आ रही है उसके मुताबिक कई दिग्गजों ने अपने विचार रखे हैं कि, कांग्रेस को बीजेपी का मुकाबला करने के लिए समावेशी एजेंडे को मजबूत करना चाहिए. वही बीजेपी की पिच पर बल्लेबाजी करने की कोशिश करने से बचना चाहिए. उत्तर प्रदेश के नेताओं ने सुझाव दिया है कि पार्टी को धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए.
इसके ठीक उलट कुछ नेताओं की राय है कि राहुल गांधी की तमाम धार्मिक स्थलों की यात्रा से कोई खास परिणाम नहीं मिला है, ऐसे में अपनी मूल धर्मनिरपेक्ष विचारधारा से चिपके रहना ही बेहतर होगा, इससे पार्टी बीजेपी का मुकाबला कर सकती है.
आपको बता दें कि सभी के विचारों के बाद सीडब्ल्यूसी बताएगा कि कांग्रेस ने आज शाम क्या फैसला किया है? आपको बता दें कि इस चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने अपने भाषण में बीजेपी पर ध्रुवीकरण का खेल खेलने का आरोप लगाया और कहा कि जनता में डर पैदा कर रही है सरकार. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश में ध्रुवीकरण की स्थाई स्थिति बनाए रखना चाहती है.