उत्तर प्रदेश में चुनाव नतीजे से पहले ईवीएम को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए बीजेपी को घेरा है. इस बीच चुनाव आयोग ने इस मसले पर सफाई दी है.
चुनाव आयोग की तरफ से बयान जारी करके कहा गया है कि, वाराणसी में गाड़ी से बरामद की गई ईवीएम मशीनें अधिकारियों के लिए मतगणना की ट्रेनिंग के मकसद से लाई गई थी. चुनाव आयोग ने कहा है कि इन मशीनों का मतदान में इस्तेमाल नहीं किया गया. आयोग ने पत्र जारी कर स्पष्टीकरण दिया है.
सोशल मीडिया पर ईवीएम मुद्दे पर काफी बवाल काटा जा रहा है. पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह (Surya Pratap Singh) ने ट्वीट करके लिखा है कि, पूरे यूपी में EVM पकड़ी जा रही हैं, चुनाव आयोग कहां है? क्या चुनाव आयोग चाहता है, लोग सड़क पर उतर पड़ें?
पूरे यूपी में EVM पकड़ी जा रही हैं,@ECISVEEP कहां है?
क्या चुनाव आयोग चाहता है, लोग सड़क पर उतर पड़ें?
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) March 8, 2022
हालांकि चुनाव आयोग की तरफ से जो सफाई पेश की गई है उस पर लोग भरोसा करने को तैयार नहीं है. क्योंकि यह लगातार कई चुनावों से हो रहा है. वीडियो वायरल होते हैं और चुनाव आयोग की तरफ से स्पष्टीकरण दिया जाता है. मामला दब जाता है.