2024 का लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha Elections) होने में अभी लगभग 2 साल का वक्त बचा हुआ है और बीजेपी उससे पहले दो तरफा रणनीति पर काम करती हुई दिखाई दे रही है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी एक तरफ अपना संगठन मजबूत करने की कोशिशों में लगी हुई है, वही साथ ही साथ विपक्ष को भी लगातार कमजोर करती जा रही है. बीजेपी हर मौके का इस्तेमाल जनता तक पहुंचने में कर रही है.
मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने पर 30 मई से 14 जून तक कार्यक्रम आयोजन करने पर बीजेपी विचार कर रही है. इन 15 दिनों के दौरान बीजेपी “सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण” के जरिए लोगों तक पहुंच बनाने की कोशिश करेगी. सरकार ने अपने मंत्रियों से गांव तक जाने और लोगों से संपर्क साधने के लिए कहा है. 2024 (2024 Lok Sabha Elections) से पहले बूथ लेवल के लिए भी बीजेपी नई रणनीति पर काम कर रही है.
कमजोर बूथ के लिए खास रणनीति तैयार की जा रही है. इसके लिए 73000 बूथ की पहचान की गई है. इन बूथ पर पार्टी के प्रभाव को बढ़ाने के लिए अप्रैल में चार वरिष्ठ नेताओं का एक पैनल गठित किया गया है.
इसके अलावा बीजेपी विपक्ष को कमजोर करने की बड़ी रणनीति पर काम करती हुई दिखाई दे रही है. जो खबर आ रही है उसके मुताबिक बीजेपी उन विपक्षी नेताओं को टारगेट कर रही है जो अपने क्षेत्रों में लोकप्रिय और प्रभावशाली है, लेकिन अपनी मूल पार्टी से नाराज हैं. कांग्रेस नेता मणिक साहा को बीजेपी में आने के बाद त्रिपुरा का मुख्यमंत्री इसलिए बनाया गया था कि यह संकेत दिया जा सके कि बीजेपी नेताओं को सम्मान देने में भरोसा रखती है.
अटकले लगाई जा रही हैं कि गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हार्दिक पटेल भी बीजेपी के साथ जा सकते हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में भी बीजेपी की नजरें कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं पर टिकी हुई है.
मोदी को और बड़ा ब्रांड बनाने की तैयारी?
इन सबके अलावा बीजेपी और उसकी प्रचार मशीनरी प्रधानमंत्री मोदी को 2024 लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से बड़ा ब्रांड बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है. पिछले कुछ वक्त में देखा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता लगातार गिरी है. लेकिन उसे जैसे तैसे मीडिया के जरिए और अपने प्रचार माध्यमों के जरिए संभालने की कोशिश की जा रही है और संभालने के बाद एक बार फिर से मोदी को बड़ा ब्रांड बनाने की तैयारी हो रही है.
प्रधानमंत्री मोदी के जापान दौरे की तस्वीरें जिस प्रकार से बीजेपी मशीनरी ने सोशल मीडिया पर और व्हाट्सएप ग्रुप्स में प्रचारित की है उससे साफ पता चल रहा है कि यह सब कुछ मोदी की छवि को सुधारने और उसे बड़ा बनाने के लिए किया जा रहा है. जापान दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की ऐसी-ऐसी तस्वीरें वायरल की गई जिससे विदेशों में भारत की छवि खराब भी हो सकती है. लेकिन इन बातों की परवाह किए बिना भारतीय मीडिया ने और बीजेपी के नेताओं तथा बीजेपी की मशीनरी ने यह सब कुछ धड़ल्ले से किया.
सीढ़ियों से प्रधानमंत्री नीचे उतर रहे थे उस तस्वीर को देखकर साफ पता चल रहा था कि यह सबकुछ जानबूझकर किया गया है ताकि एक फोटो लिया जा सके और उस फोटो को भारत में प्रचारित किया जा सके बीजेपी समर्थित मीडिया इस फोटो को भारत के घर घर तक ले जाकर प्रचारित करें और जनता को यह एहसास करवाया जा सके कि मोदी सच में वर्ल्ड लीडर है, मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बन गया है और हुआ भी ऐसा.
सोशल मीडिया पर बीजेपी मशीनरी और मीडिया की तरफ से यही किया जा रहा है. लेकिन कहीं ना कहीं इससे भारत की छवि विदेशों में खराब हो सकती है. तमाम दूसरे देशों के दूतावास भारत में है और जिस तरह से सोशल मीडिया पर बीजेपी के नेताओं ने तथा न्यूज़ चैनलों पर मोदी की जापान की तस्वीरों को वायरल किया गया है, कहीं ना कहीं विदेशी दूतावासों में रह रहे राजदूत या फिर अन्य अधिकारी यह सब कुछ देख रहे होंगे और यह कहीं ना कहीं देश की छवि के लिए ठीक नहीं है.
लेकिन इन सबसे बेपरवाह बीजेपी 2024 से पहले लगातार अपनी रणनीति को अंजाम देने में लगी हुई है. जनता को यही बताने का प्रयास हो रहा है कि देश लगातार तरक्की कर रहा है, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की साख बेहतर हुई है. यह बताने का प्रयास हो रहा है कि 2014 से पहले भारत को कोई नहीं जानता था, भारत के प्रधानमंत्री को कोई सुनता नहीं था. मोदी के आने के बाद बदलाव हुआ है और इन्हीं सब के जरिए 2024 जीतने की तैयारी हो रही है.
एक तरफ संगठन को मजबूत कर के, विपक्षी नेताओं को तोड़कर, विपक्ष को कमजोर कर के विपक्ष को हताश करने की कोशिश हो रही है. तो दूसरी तरफ विदेशी दौरों पर तस्वीरों के जरिए अलग-अलग पोज के सहारे जनता को यह बताने की कोशिश हो रही है कि देश विश्व गुरु बन गया है और मोदी वर्ल्ड लीडर और यही बातें देश की जनता के दिमाग में डालकर 2024 में वोटों की फसल काटकर फिर से सत्ता हथियाने की तैयारी चल रही है.