अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा कि वह जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे. 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति बाइडेन का शपथ ग्रहण समारोह है. बाइडेन ने ट्रंप के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि ये अच्छी बात है.
बाइडेन ने विलमिंगटन, डेलावेयर में संवाददाताओं को बताया, यहां आने के दौरान मुझे रास्ते में बताया गया कि उन्होंने (ट्रंप) संकेत दिए हैं कि वह शपथ ग्रहण में नहीं आएंगे. बाइडेन ने कहा, बहुत ही कम चीजें हैं जिस पर वो और मैं कभी सहमत हों. हाल ही घटनाओं के बाद वह देश के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं. उनका शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आना एक अच्छी बात है. उन्होंने कहा, ट्रंप संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में सबसे अक्षम राष्ट्रपतियों में से एक है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे. ट्रंप ने सत्ता का सुचारू, व्यवस्थित एवं निर्बाध हस्तांरण सुनिश्चित करने का वादा करने के बाद यह कहा. ट्रंप ने ट्वीट किया, जिन लोगों ने मुझसे इस बारे में पूछा था, मैं उन्हें बता रहा हूं कि मैं 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होऊंगा.
अमेरिका में तीन नवंबर को हुए चुनाव में कई सप्ताह तक जीत का ‘‘झूठा” दावा करने वाले ट्रंप के इस समारोह में शामिल होने की उम्मीद नहीं की जा रही थी. अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैपिटल बिल्डिंग में अपने समर्थकों द्वारा की गई हिंसा की बुधवार को यह कहते हुए अंतत: निंदा की कि वे अमेरिका का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. सांसत में पड़े ट्रंप ने इसके साथ ही संकल्प लिया कि वह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को सत्ता का व्यवस्थित, निर्बाध और सुगम हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे.
आपको बता दे कि ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर अकाउंट पर स्थायी रूप से बैन लगाने के बाद अब उनकी टीम का अकाउंट भी सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले, ट्विटर ने घोषणा की थी कि उसने डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को आगे हिंसा और भड़कने के जोखिम के चलते स्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. ट्विटर ने ट्रंप का निजी अकाउंट स्थायी रूप से बैन कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विटर पर निशाना साधा.
इसके अलावा आपको बता दें कि डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों पार्टियों के सांसद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हटाने की मांग कर रहे हैं. प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने कहा कि अगर ट्रंप को नहीं हटाया गया तो प्रतिनिधि सभा उनके खिलाफ दूसरा महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार करेगी. डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उप राष्ट्रपति माइक पेंस से अनुरोध किया है कि ट्रंप को ‘विद्रोह भड़काने’ के कारण पद से हटाने के लिए वह अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन लागू करें.