ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने मुरैना में एक आम सभा को संबोधित किया है. इसमें उन्होंने कांग्रेस पर जमकर भड़ास निकाली है. उन्होंने कहा है कि वर्ष 2018 में सरकार बनी थी जो केवल दो लोगों की जेब में रहती थी. जब हमारी विचारधारा से हटकर चली तो हमने पटखनी देकर धूल चटा दी. सिंधिया ने इस सभा में पूछा कि, हम ने सही किया कि नहीं? बजाओ तालियां. जिस वक्त सिंधिया सभा को संबोधित कर रहे थे उस वक्त उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह और भी कुछ वरिष्ठ बीजेपी नेता मौजूद थे.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर हमले किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुरैना में कोई काम नहीं किया है. यह वह लोग हैं जो 5 साल में केवल एक बार ही मुंह दिखाने आते हैं. अगर उनका प्रत्याशी अपने महापौर के लिए चुन लिया तो वह 5 साल तक मुंह नहीं दिखाएंगे. मुरैना आए कमलनाथ पर कमेंट करते हुए कहा कि मुरैना में कुछ लोग टपके थे. यह लोग 5 साल में एक बार ही टपकते हैं.
सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक मुरैना में कोई काम नहीं कराया है. जो भी विकास के काम कराए गए हैं वह केवल बीजेपी ने कराए हैं. इसलिए मीना जाटव को महापौर पद पर जिताए, जिससे मुरैना का विकास हो सके. उन्होंने कहा कि अगर मीना जाटव महापौर बनती है तो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह तथा वह स्वयं मुरैना आते रहेंगे.
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में सिंधिया परिवार की वजह से दो बार कांग्रेस की सरकार गिरी हैं. सबसे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया की बगावत की वजह से कांग्रेस के डीपी मिश्र की सरकार गिरी थी. जहां सरकार गिरने के बाद गोविंद नारायण सिंह मुख्यमंत्री बने थे. वहीं 2019 में उनके ही पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से कांग्रेस की कमलनाथ की सरकार गिर गई, जहां बाद में शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने थे. इस तरह दो बार मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने में सिंधिया परिवार का हाथ है.
आपको बता दें कि कटनी में चुनाव प्रचार के दौरान कमलनाथ ने भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला है तथा पार्टी के साथ गद्दारी करके बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने वालों पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी में शामिल होने तथा कांग्रेस सरकार गिराने के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि मैंने कुर्सी के लिए सौंदे की राजनीति नहीं की. उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि उन्हें विधायक आकर बताते थे कि उन्हें पैसा ऑफर किया जा रहा है.