अपने बयानों के कारण कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं. एक निजी न्यूज़ चैनल से बातचीत में कंगना ने आजादी को लेकर दिए गए बयान पर अपना नया रिएक्शन दिया है. कंगना ने कहा है कि आजादी को लेकर बयान पर मुझे कोई अफसोस नहीं है.
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि मैंने कुछ गलत कहा है, हर शख्स को इस देश में अपना पक्ष रखने की आजादी होनी चाहिए, यही लोकतंत्र का मतलब है. मेरी इस बात से कुछ लोग एग्री करते हैं कुछ डिसएग्री भी करते हैं. एक समाज में दोनों पक्ष होने चाहिए. इस देश में महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस दोनों के फॉलोअर्स होने चाहिए.
कंगना ने आजादी को लेकर एक बयान दिया था जिसको लेकर उनकी खूब आलोचना हुई थी. उन्होंने कहा था कि 1947 में आजादी भीख में मिली थी. यूपी, उत्तराखंड, बिहार समेत कई राज्यों ने कंगना के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. सोशल मीडिया पर भी कांगना से पद्मश्री वापस लेने की मांग होने लगी थी.
कई राज्यों में तो कंगना के बयान के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए थे. कंगना द्वारा दिए गए बयान की आलोचना कई बीजेपी नेताओं ने भी की थी कंगना हमेशा अपने बयानों के कारण सुर्खियां बटोरती रहती हैं.
कंगना ने किसान आंदोलन के वक्त भी सुर्खियां बटोरी थी. किसानों को खालिस्तानी, देशद्रोही, आतंकवादी तक करार दिया था इन्होंने. एक धर्म विशेष के खिलाफ भी बयानबाजी के लिए कंगना जानी जाती है. भड़काऊ बयानों के कारण कंगना का ट्विटर अकाउंट परमानेंट सस्पेंड हुआ था.