हरियाणा में कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायक कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) को पार्टी से बाहर निकाल दिया है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के लिए क्रॉस वोटिंग की थी. कार्तिकेय शर्मा को बीजेपी और उसके सहयोगी दल जेजेपी के समर्थन हासिल था.
हरियाणा से राज्यसभा की 2 सीटों के लिए हुए चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्टी के विधायक कुलदीप बिश्नोई को कांग्रेस ने सस्पेंड कर दिया है. कुलदीप ने 6 साल पहले 28 अप्रैल 2016 को गांधी परिवार के नेतृत्व में आस्था जताते हुए अपनी हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी का विलय कांग्रेस में किया था. कुलदीप के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल ने 2007 में कांग्रेस से अलग होने के बाद अलग पार्टी का गठन किया था.
अब कांग्रेस ने 6 साल में ही कुलदीप बिश्नोई से फिर से किनारा कर लिया है. कांग्रेस पार्टी ने 2005 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भजनलाल के नेतृत्व में 67 सीटें जीती थी, परंतु उन्हें सीएम न बनाकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पार्टी हाईकमान ने मुख्यमंत्री बना दिया था. कांग्रेस हाईकमान ने उनके छोटे बेटे चंद्रमोहन को डिप्टी सीएम का ऑफर दिया था साथ ही कुलदीप को केंद्र में मंत्री पद का ऑफर दिया था.
भजनलाल इस पर नाराज नहीं थे, लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी कि भजनलाल के समर्थक विधायक उनका साथ छोड़कर धीरे-धीरे कांग्रेस आलाकमान के बैनर तले इकट्ठे हो गए. इसके बाद भजनलाल अपने बड़े बेटे चंद्रमोहन को डिप्टी सीएम बनाने पर राजी हो गए. कांग्रेस सरकार मे ना तो भजनलाल संतुष्ट थे और ना ही उनके छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई. इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल ने वर्ष 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस का गठन किया था. 3 जून 2011 में भजनलाल के देहांत हो जाने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी की कमान संभाली थी.
यह जानकारी लगभग पहले ही आ गई थी कि कांग्रेस कुलदीप बिश्नोई को पार्टी के सभी पदों से हटा सकती है और अब कांग्रेस ने कुलदीप बिश्नोई को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसके अलावा विधानसभा से सदस्यता रद्द कराने के लिए अध्यक्ष को पत्र भी लिखा जाएगा.
नतीजे के बाद कांग्रेस विधायक और पार्टी के अधिकृत मतदाता एजेंट बीबी बतरा ने कहा था कि पार्टी के कुलदीप बिश्नोई ने कार्तिकेय शर्मा के लिए क्रॉस वोटिंग की. एक विधायक का वोट अवैध घोषित कर दिया गया था. वहीं कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई द्वारा बीजेपी समर्थित उम्मीदवार को वोट देने के सवाल पर खट्टर ने कहा था कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर वोट दिया है.
आपको बता दें कि कुलदीप बिश्नोई की क्रॉस वोटिंग के बावजूद कांग्रेस के पास 30 विधायकों के वोट बचे थे. अगर यह सभी वोट माकन को मिल जाते तो उनकी जीत पर मुहर लग जाती. लेकिन कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद्द हो गया. बताया जा रहा है कि मतपत्र पर नियमानुसार अंक लिखने की जगह जानबूझकर टिक लगाया गया था, ताकि वोट रद्द हो जाए. हुड्डा कैंप के सूत्रों के मुताबिक ऐसा किरण चौधरी ने किया हालांकि किरण चौधरी के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि ऐसा उन्होंने नहीं किया. अजय माकन ने दावा किया कि कांग्रेस के सभी 30 वोट सही है और उन्हें हराने के लिए चुनाव अधिकारी ने 1 वोट रद्द करवाया.