केंद्र की मोदी सरकार की नई अग्निपथ योजना पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के कई नेता भी योजना का विरोध कर रहे हैं. बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा तक युवा सड़कों पर उतर कर मोदी सरकार से इस नई योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. युवाओं के निशाने पर रेलवे और सरकारी संपत्तियों की आ गई है. सड़क से लेकर रेलवे स्टेशनों तक प्रदर्शन जारी है.
बीते दिन भारी बवाल हुआ. उसके बाद शुक्रवार सुबह भी प्रदर्शनकारियों ने यूपी बिहार में कई ट्रेनों पर धावा बोल दिया. यूपी के बलिया में प्रदर्शनकारियों ने सुबह-सुबह रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की, ट्रेन में आगजनी की. इसके अलावा बिहार के आरा, लखीसराय, सुपौल में भी जमकर तोड़फोड़ की और ट्रेनों को नुकसान पहुंचाया.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने पार्टी लाइन से अलग अपनी राय रखी है. उन्होंने इस योजना को सरकार का सही दिशा में उठाया गया कदम बताया है. एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस वक्त देश को मोबाइल आर्मी, यंग आर्मी की जरूरत है. आप इसे पसंद करें या ना करें लेकिन मुझे लगता है कि वन रैंक वन पेंशन योजना के चलते बढ़ता पेंशन का बोझ सरकार की काउंटिंग से आगे निकल गया है.
मनीष तिवारी पहले भी कई मौकों पर पार्टी लाइन से अलग बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा है कि तकनीकी और हथियारों पर अधिक खर्च की जरूरत होती है. ज्यादातर पैसा इसी पर खर्च होता है. पिछले 10 साल मे वार और नेचर में बदलाव आया है और यह काफी अहम है. इसकी 30 साल पहले से तुलना करें तो मौजूद वक्त में हमारी आर्म्ड फोर्स ज्यादा तैयार है. आज हमारी आर्मी टेक्नोलॉजी और आधुनिक हथियारों पर अधिक निर्भर है. इसमें ज्यादातर लोग कम उम्र के हैं. ऐसी स्थिति में आर्मी में इस तरह के सुधार की बेहद जरूरत है.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की इस योजना का कांग्रेस विरोध कर रही है, राहुल गांधी विरोध कर रहे हैं. योजना के विरोध में कई राज्यों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं. राहुल गांधी ने भी इस मामले पर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ना कोई रैंक, ना कोई पेंशन, ना 2 साल से कोई सीधी भर्ती, ना 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, ना सरकार का सेना के प्रति सम्मान. देश के बेरोजगार युवाओं की आवाज सुनिए, इन्हें अग्नि पथ पर चला कर इनके संयम की अग्नि परीक्षा मत लीजिए प्रधानमंत्री जी.