पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी का समर्थन किया है. नूपुर शर्मा को लेकर सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा है कि बीजेपी ने जब एक्शन ले लिया है तो फिर इतने हंगामे की क्या जरूरत है? उन्होंने कहा बीजेपी ने नूपुर शर्मा के खिलाफ एक्शन ले तो लिया है.
नीतीश कुमार ने कहा कि, नूपुर शर्मा के खिलाफ केस भी दर्ज हो चुका है. उसके बावजूद भी अगर कोई बात हो रही है तो उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर आपस में झगड़ा कराना चाहते हैं. जरूरी नहीं है कि कोई भी चीज स्वाभाविक हो.
नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने जब नूपुर शर्मा के खिलाफ एक्शन ले लिया है तो फिर इस तरीके से हंगामे की क्या जरूरत है? कितना भी कुछ कर लीजिए आपस में कुछ लोग झगड़ा करवाते ही रहेंगे. बिहार में कोई भी विवाद का माहौल नहीं है. उन्होंने कहा कि रांची हिंसा के दौरान बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन पर हमला हुआ था. बिहार सरकार ने तत्काल इस मुद्दे को झारखंड सरकार के साथ उठाया है.
आपको बता दें कि नूपुर शर्मा ने पिछले दिनों पैगंबर मोहम्मद पर बयान दिया था, इसके बाद काफी विवाद हुआ था. यहां तक कि अरब देशों ने भी नूपुर के बयान की निंदा की थी. इसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था.
आपको बता दें कि पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर बीते दिनों कई इस्लामिक देशों में आपत्ति जताई, इन देशों में भारत के साथ अच्छे संबंध रखने वाले कुछ अरब देश भी शामिल रहे. इन देशों की आपत्ति पर भारत की तरफ से कहा गया कि इस तरह की टिप्पणियों से भारत सरकार का कोई लेना देना नहीं है. यह भी कहा गया कि इस तरह की टिप्पणी करने वालों पर कार्रवाई की जा चुकी है.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पूरे देश में हुआ. बीते 10 जून को देश के अलग-अलग हिस्सों में यह प्रदर्शन किए गए. कई जगहों पर यह प्रदर्शन हिं’सक भी हुए. झारखंड की राजधानी में तो 2 लोगों की मौ’त भी हो गई. भारत के अलावा दूसरे देशों में भी प्रदर्शन हुए हैं. मसलन बांग्लादेश में कुवैत में भी ऐसा हुआ कुवैत में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों ने यह प्रदर्शन किया.
अब खबर आ रही है कि कुवैत में इस तरह का प्रदर्शन करने वाले अप्रवासीयों को गिरफ्तार कर उनके देश वापस भेजने का आदेश दिया गया है. मीडिया चैनलों की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे प्रदर्शनकारियों का वीजा भी रद्द किया जा रहा है.