महाराष्ट्र में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाडी उम्मीदवार को वोट देने का ऐलान किया है. पिछले कई दिनों से पार्टी स्टैंड को लेट कर अटकले लगाई जा रही थी. 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में ओवैसी की पार्टी के दो विधायक हैं. पार्टी ने कहा है कि उनके विधायक कांग्रेस उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी को वोट करेंगे. हालांकि राज्यसभा चुनाव से पहले पार्टी ने शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार के सामने कुछ शर्तें रखी हैं.
ओवैसी की पार्टी के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने राज्यसभा चुनाव की वोटिंग से पहले कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने लिखा है कि बीजेपी को हराने के लिए हमारी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाडी को वोट देने का फैसला किया है, हालांकि शिवसेना के साथ हमारी राजनीतिक वैचारिक मतभेद बने रहेंगे. जो महाराष्ट्र सरकार में साझीदार है.
उन्होंने आगे लिखा है कि हमने सरकार के सामने हमारे विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों धुले और मालेगांव के विकास के लिए कुछ शर्तें रखी हैं. सरकार से MPSC में एक अल्पसंख्यक सदस्य को नियुक्त करने की मांग की गई है. साथ ही महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड की आय बढ़ाने के लिए कदम उठाने की मांग की है. हमने मुसलमानों के आरक्षण की भी मांग की है.
शिवसेना तैयार
राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले इम्तियाज अली ने महाविकास आघाडी गठबंधन के कई नेताओं के साथ मुलाकात की. एक रिपोर्ट के मुताबिक 9 जून की शाम शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल से ओवैसी की पार्टी के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष मिले. साथ ही उन्होंने डिप्टी सीएम अजीत पवार की ओर से एनसीपी विधायक के लिए आयोजित डिनर पार्टी में भी हिस्सा लिया. जानकारी के मुताबिक शिवसेना के मंत्री राज्यसभा में वोट के बदले ओवैसी की पार्टी की मांगों को पूरा करने पर सहमत हो गए हैं.
आपको बता दें कि राज्यसभा की कुल 57 सीटें खाली हुई थी, इनमें से 41 उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं. अब बची हुई 16 सीटों पर आज वोटिंग हो रही है. इसमें हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक शामिल है. चारों राज्यों में मुकाबला जोरदार है. क्योंकि सभी जगह पार्टियों ने विधानसभा में उनकी ताकत की तुलना से ज्यादा उम्मीदवार उतारे हैं. इसी वजह से पूरे चुनाव के दौरान सतर्कता बरत रही है राजनीतिक पार्टियां.