सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें 1 न्यूज़ चैनल की महिला रिपोर्टर हल्दीराम के आउटलेट में पहुंचकर हल्दीराम के स्नैक के 1 पैकेट पर उर्दू में लिखे टेक्स्ट को लेकर हंगामा कर रही है. महिला रिपोर्टर व्रत में इस्तेमाल किए जाने वाले नमकीन के पैकेट पर छपे उर्दू टेक्स्ट को लेकर आपत्ति दर्ज करा रही है.
यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. रिपोर्टर सुदर्शन न्यूज़ चैनल की है और सुदर्शन न्यूज़ चैनल के मालिक सुरेश चव्हाणके (Suresh Chavhanke) ने भी इस मुद्दे पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. हालांकि उनका सोशल मीडिया पर काफी मजाक उड़ रहा है.
वायरल वीडियो में रिपोर्टर हल्दीराम के स्टोर के अंदर जाकर स्टोर मैनेजर से पूछती है कि आपने इस व्रत के पैकेट पर उर्दू में क्या लिख रखा है और क्यों लिखा है? रिपोर्टर हल्दीराम की आउटलेट स्टोर मैनेजर से बार-बार पूछती है कि आप नवरात्र के दौरान व्रत करने वाले हिंदुओं को धोखा दे रहे हैं?
इस पूरे मुद्दे पर सुदर्शन टीवी के पत्रकारों और मालिक का सोशल मीडिया पर मजाक बनाया जा रहा है.
इसी मुद्दे पर पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा (Pragya Mishra) ने भी एक ट्वीट किया है, जो काफी वायरल हो रहा है. प्रज्ञा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, हल्दीराम पर उर्दू में लिखा विवरण देखकर कट्टरपंथियों को ये समझ ही नहीं आ रहा है कि, पहले उर्दू को खाना है या फिर पैकेट के भीतर भरे पदार्थ को. लड़ाई हल्दीराम के मालिक अग्रवाल जी से है. अब्बास जी से होती तो… हल्दी राम की बत्ती गुल और बिस्तरा गोल हो चुका होता.
हल्दीराम पर उर्दू में लिखा विवरण देखकर कट्टरपंथियों को ये समझ ही नहीं आ रहा है कि..पहले उर्दू को खाना है या फिर पैकेट के भीतर भरे पदार्थ को..लड़ाई हल्दीराम के मालिक अग्रवाल जी से है..अब्बास जी से होती तो..हल्दी राम की बत्ती गुल और बिस्तरा गोल हो चुका होता #Haldirams pic.twitter.com/qNnWdigYBa
— Pragya Mishra (@PragyaLive) April 6, 2022
आपको बता दें कि सुदर्शन न्यूज़ चैनल के माध्यम से अक्सर विवाद पैदा करने वाली और तथ्यहीन खबरें दिखाई जाती है. जिसका सोशल मीडिया पर काफी मजाक उड़ता है. लेकिन फिर भी सुदर्शन न्यूज़ के मालिक अपनी और अपने चैनल के रिपोर्टरों के रिपोर्टिंग को सुधारने की कोशिशें करते हुए दिखाई नहीं देते. कई मुद्दों पर उनकी आलोचना हो चुकी है.
बता दें कि सुदर्शन न्यूज़ पर अक्सर विवादित मुद्दों पर रिपोर्टिंग होती है, धार्मिक आधार पर रिपोर्टिंग की जाती है, धार्मिक आधार पर रिपोर्टिंग के जरिए विवाद पैदा करने की कोशिश की जाती है. यह न्यूज़ चैनल 1 राजनीतिक पार्टी का समर्थक भी है, इस कारण इस पर अभी तक इतने विवाद होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई है.