यूपी कांग्रेस ने आज से 2022 विधानसभा चुनाव (2022 assembly elections) के लिए औपचारिक रूप से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है. प्रियंका गांधी ने पहले वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद एक रैली को संबोधित किया.
इस रैली का नाम पहले ‘प्रतिज्ञा रैली’ रखा गया था, अब इसे बदलकर ‘किसान न्याय रैली’ (Kisan Nyay Rally) नाम दिया गया. रैली में अपने संबोधन की शुरुआत प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मां दुर्गा के एक श्लोक से की. इसके बाद योगी सरकार पर बोलेते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में जनता न्याय की उम्मीद नहीं है.
प्रियंका गांधी ने कहा, यहां जो लोग न्याय मांगते हैं, उन्हें दबाया जाता है. चाहे हाथरस का मामला हो, चाहे उन्नाव का या अब लखीमपुर खीरी का. बीजेपी की सरकार न्याय देने में असफल है. पीएम मोदी आजादी का महोत्सव मनाते हैं, लेकिन ये आजादी किसने दी है. ये आजादी किसानों ने दी है. जिससे वे मिलने नहीं जाते हैं.
प्रियंका ने कहा, लखीमपुर खीरी कांड पर बीजेपी नीत राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए लल्लू ने आरोप लगाया कि यह आश्चर्य की बात है कि एक सरकार जो बुलडोजर से विध्वंस सुनिश्चित करती है और छोटी घटनाओं में अपराधियों के पोस्टर प्रदर्शित करती है, वह किसानों की हत्या के बारे में चुप है.
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार आरोपी और मंत्री के बेटे को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है. जगतपुर इंटर कॉलेज मैदान किसा न्याय रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, जो सच्चाई मैं उत्तर प्रदेश में पिछले दो सालों देखी है. जबसे मैं यहां पर काम कर रही हूं, वह सच्चाई मैं आपके सामने रखना चाहती हूं. शुरू, शुरू में जब मैंने यहां काम करना शुरू किया तो एक घटना हुई.
प्रियंका ने कहा, यहां से कुछ ही दूर सोनभद्र में, इस घटना में 13 आदिवासी खेत में काम कर रहे थे, पुलिस प्रशासन की सहसमति से, कुछ लोगों उनकी जमीन लेने की कोशिश कर रहे थे. वो लोग ट्रैक्टर और जीप लेकर आए, मारपीट की, गोली चलाई. 13 आदिसवासियों शहीद किया। सोनभद्र में नरंहार हुआ. जब मैं उनसे मिलने गई. तो मेरे मन में एक बात बहुत स्पस्ट लगी.
उन्होंने कहा, जिस परिवार के पास मैं जा रही थी, वे कह रहे थे कि हमे मुआवजा नहीं चाहिए, हमें पैसा नहीं चाहिए किसी सरकार का. हमें न्याय चाहिए. लेकिन दीदी हमें न्याय की उम्मीद नहीं है. कांग्रेस महासचिव ने कहा, सनभद्र में एक पीड़ित ने कहा, उनको उनके घर के बाहर निकाल कर पीटा गया था. उनके बच्चों को धमकाया गया था. अगले परिवार से मिलने गई तो मुझे बताया गया कि उनके तमाम भाई बहन सेना में, देश की रक्षा करते हैं.
उन्होंने कहा, जब मैं रमन कश्यप के घर गई तो मुझे बताया गया कि उनको काम करते करते मारा गया. उनको जीप के नीचे कुचला गया. क्योंकि वह वीडियो ले रहे थे, सच्चाई दिखाना चाह रहे थे. सारे परिवारों ने यही कहा कि हमें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. अगर हमारे देश में कोई कुचला जाता है. किसी के प्रति हिंसा होती है, किसी पर अत्याचार होता है और उसको न्याय मिलने की उम्मीद नहीं होती तो वह किसके पास जाएगा.