प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के भाषण इस वक्त उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में सुने जा रहे हैं और उनके द्वारा कही गई बातों की तारीफ भी हो रही है. क्योंकि प्रियंका गांधी लच्छेदार भाषणों के द्वारा जनता को मंत्रमुग्ध करने की जगह सरल भाषा में बीजेपी की कार्यशैली को जनता के सामने उजागर कर रही हैं.
उत्तर प्रदेश लंबे समय से संघ और बीजेपी की प्रयोगशाला रहा है. धर्म के नाम पर, राष्ट्रवाद के नाम पर संघ और बीजेपी लंबे समय से उत्तर प्रदेश में सफलता प्राप्त कर रही है. उत्तर प्रदेश की जनता को धर्म और राष्ट्रवाद की गलत परिभाषा बता कर जनता की भावनाओं से खेल कर बीजेपी पिछले कुछ चुनाव आसानी से जीत रही है.
बिहार तथा उत्तर प्रदेश की जनता को संघ और बीजेपी ने यही समझाया है कि जो बीजेपी का समर्थन कर रहा है या फिर जो प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहा है वही हिंदू है वही सनातनी है जो मुसलमानों को नफरत की निगाहों से देख रहा है अपनी बर्बादी को भूलकर पाकिस्तान की बर्बादी पर जश्न मना रहा है वही असली राष्ट्रवादी है.
राष्ट्रवाद के नाम पर 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी ने जीत लिया था. सैनिकों की शहादत के नाम पर, पाकिस्तान के नाम पर, पुलवामा के नाम पर जनता की भावनाओं से खेलकर प्रचंड जीत बीजेपी ने हासिल की थी और बीजेपी का समर्थन करने वालों को राष्ट्रवादी बताया था. जनता को यही समझाने की कोशिश की गई थी कि जो बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन नहीं करता है वह राष्ट्रवादी नहीं है.
प्रियंका गांधी ने बताया राष्ट्रवाद का मतलब
उत्तर प्रदेश के चुनावी सभा में प्रियंका गांधी बीजेपी कि राष्ट्रवाद की हवा निकाल कर रख दी प्रियंका गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि, आपके जज्बात होने चाहिए देश के लिए, यही होता है राष्ट्रवाद. देश के लिए मर मिटना, यही होता है राष्ट्रवाद. प्रियंका ने कहा कि देशवासियों को लड़ाने में कोई राष्ट्रवाद नहीं है, देशवासियों से स्वार्थ साधने में कोई राष्ट्रवाद नहीं है. देशवासियों के जज्बात को बाहर कर वोट लेने में कोई राष्ट्रवाद नहीं है.
देशवासियों को लड़ाने मे कोई राष्ट्रवाद नही है।
आपके जज्बात देश के लिए होने चाहिए। यही असली राष्ट्रवाद है – @priyankagandhi pic.twitter.com/ykIaSPBlyL— Aadesh Rawal (@AadeshRawal) March 1, 2022
आपको बता दें कि बीजेपी के शासन में अधिकतर बीजेपी के और प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक यही समझते हैं कि, उनके धर्म के अलावा किसी और धर्म के व्यक्ति से नफरत करना ही असल राष्ट्रवाद है, पाकिस्तान से नफरत करना ही असल राष्ट्रवाद है, सेना के नाम पर बीजेपी को वोट देना ही असल राष्ट्रवाद है, महंगाई, बेरोजगारी, महिलाओं के खिलाफ अपराध पर चुप्पी साध कर भी बीजेपी को वोट देते रहना ही अच्छा राष्ट्रवाद है.