कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लंदन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में “आइडियाज फॉर इंडिया” (Ideas for India) सम्मेलन में हिस्सा लिया. उन्होंने शुक्रवार को बीजेपी पर जमकर हमला बोलाा. राहुल ने कहा कि कांग्रेस पहले जैसा भारत हासिल करना चाहती थी इसके लिए लड़ाई लड़ रही है, जबकि बीजेपी हमारी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. राहुल ने चीन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए.
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत को फिर से हासिल करने के लिए लड़ रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों की आवाज दबा रही है, जबकि हम लोगों की आवाज को सुनने के लिए काम कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत उन संस्थानों पर हमले देख रहा है जिन्होंने देश का निर्माण किया है. जिस पर अब डीप स्टेट का कब्जा है. उनके साथ “आइडियाज फॉर इंडिया” सम्मेलन में शामिल होने के लिए सीताराम येचुरी, सलमान खुर्शीद, तेजस्वी यादव, महुआ मोइत्रा और मनोज झा समेत विपक्ष के कई नेता गए थे.
कांग्रेस को लेकर राहुल गांधी ने मानी यह बात
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस भारत को फिर से हासिल करने के लिए लड़ रही है. यह एक वैचारिक लड़ाई है, एक राष्ट्रीय वैचारिक लड़ाई. उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ तो भारत को एक भूगोल की तरह देखते हैं, लेकिन कांग्रेस के लिए भारत लोगों से बनता है. हालांकि उन्होंने यह भी माना कि कांग्रेस अंदरूनी कलह, बगावत, दलबदल और चुनाव में हार का सामना कर रही है.
बीजेपी क्यों है सत्ता में?
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार में रोजगार कम हुए हैं, इसके बावजूद ध्रुवीकरण के कारण सत्ता में बीजेपी बनी हुई है. भारत के आज अच्छे हालात नहीं है. बीजेपी ने चारों तरफ केरोसिन छिड़क रखा है. उन्होंने कहा कि हम कह रहे हैं हमारे पास एक ऐसा भारत है जहां अलग-अलग विचार रखे जा सकते हैं. और हम बातचीत कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अब हर संस्थान पर सरकार का कब्जा हो गया है. हर संस्थान पर हमला किया जा रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि लोग कहते हैं कि हमारे पास बीजेपी जैसा कैंडेट है, हम कहते हैं कि अगर हमारे पास बीजेपी जैसा कैंडिडेट है तो हम बीजेपी होंगे. जबकि बीजेपी तो आवाज दबा रही है. हम सभी की आवाज को सुनते हैं. हम लोगों को सुनने के लिए हैं. भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन की घटनाओं को अमेरिका द्वारा उठाए जाने के बारे में राहुल गांधी ने कहा कि हमें यह बताने की जरूरत नहीं है कि भारत में ध्रुवीकरण है. हम पोलराइजेशन से लड़ रहे हैं. कांग्रेस समेत विपक्ष यही लड़ाई लड़ रहा है.
आपको बता दें कि राहुल गांधी जिस कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे और जो संबोधन उन्होंने दिया है, उसको भारतीय मीडिया में उतनी जगह नहीं मिली है. इससे भी यह पता चलता है कि मीडिया का झुकाव मौजूदा सत्ता की तरफ है. अगर इसी सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने हिस्सा लिया होता और अपनी बात रखी होती तो भारतीय मीडिया उसे लाइव कवरेज दे रहा होता. लेकिन राहुल गांधी के संबोधन को मीडिया में कहीं कोई लाइव जगह नहीं मिली.