फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” (The Kashmir Files) इस वक्त चर्चा के केंद्र में बनी हुई है. यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर बनी है. इस फिल्म को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है. इस फिल्म का समर्थन एक विचारधारा विशेष के लोग कर रहे हैं और विरोध भी एक विचारधारा विशेष के लोग कर रहे हैं. इस फिल्म को विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने बनाया है और मुख्य किरदार अनुपम खेर (Anupam Kher) ने निभाया है.
नीयत और मकसद पर सवाल
इस फिल्म में विवेक अग्निहोत्री ने कहानी कहने का जो अंदाज चुना है, वह कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार, हिंसा के बहाने मुसलमानों के साथ-साथ समूची उदारवादी सोच को देश के दुश्मन, गुनाहगार की तरह दिखाता है, जिसका असर फिल्म के दर्शकों की गाली गलौज वाली प्रतिक्रियाओं में भी दिखता है.
फिल्मकार को अपने नजरिए से कहानी कहने की आजादी है. लेकिन जिस तरह से उसे कहा गया है, ऐसा नहीं लगता कि बात एक पंडित समुदाय को न्याय दिलाने की हो रही है, बल्कि जोर दूसरे समुदाय को अपराधी करार देने पर इस फिल्म में दिया गया है. कश्मीरी पंडितों को न्याय न मिल पाने में समूची व्यवस्था की नाकामी को लेकर मौजूदा सरकार पर कोई सवाल नहीं है.
इस फिल्म को लेकर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर कश्मीरी पंडित इस समय ज्वलंत मुद्दा बने हुए हैं. फिल्म को जिस तरीके से एक विचारधारा विशेष के लोग समर्थन दे रहे हैं और बीजेपी की राज्य सरकारें टैक्स फ्री कर रही है, उससे भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. विवेक अग्निहोत्री की नीयत और मकसद पर भी सवाल उठ रहे हैं.
स्वरा भास्कर का तंज
विवेक अग्निहोत्री और अनुपम खेर की द कश्मीर फाइल्स रिलीज होते ही काफी विवादों में है. आम लोगों से लेकर जानी-मानी हस्तियां भी इस फिल्म पर अपनी राय रख रही हैं. इसी बीच बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) ने भी इस फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और विवेक अग्निहोत्री पर तंज किया है. स्वरा भास्कर लगभग हर मुद्दे पर अपनी राय खुल कर रखती हैं. इस फिल्म पर भी उन्होंने अपनी राय दी है.
स्वरा भास्कर ने फिल्म का नाम लिए बिना ही अपनी प्रतिक्रिया दी है. स्वरा भास्कर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको सफलता के लिए आपकी मेहनत को बधाई दे, तो पहले बीते 5 साल में उनके सिर पर बैठकर कचरा तो मत फैलाइए. स्वरा भास्कर ने इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया है. लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने “द कश्मीर फाइल्स” के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री पर ही कटाक्ष किया है.
फिल्म के निर्देशक और पात्रों से कुछ सवाल
इस फिल्म में एक डायलॉग है अनुपम खेर का, जिसमें वह कहते हुए दिखाई देते हैं कि आर्टिकल 370 हटाओ कश्मीरी पंडितों को वापस लाओ. अब सवाल है कि 370 तो हट चुकी है, लेकिन कश्मीरी पंडित वापस नहीं लौट पाए हैं. फिल्म यह सवाल नहीं उठाती, ऐसा क्यों है? यह एक बेहद संवेदनशील विषय पर बनी फिल्म है लेकिन पूरी तरीके से प्रोपेगेंडा साबित हो रही है.
इस फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री इससे पहले ताशकंद फाइल्स बना चुके हैं. मोदी युग में प्रधानता पाने वाले फिल्मकारों में उनका नाम भी है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी फोटो जताती है कि वह सरकार के नज़दीकियों में है. उनकी फिल्म के प्रमोशन के लिए बीजेपी के मंत्रियों से लेकर सरकार समर्थकों की तमाम टोलियों की तरफ से तरह-तरह के आह्वान भी किए जा रहे हैं.