उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) लगातार चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे हैं और विपक्षियों पर निशाना साध रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने आज एक अजीब बयान दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात बम धमाकों में आतंकियों ने सपा के चुनाव चिन्ह साइकिल पर बम रखे थे. मैं हैरान हूं आतंकियों ने साइकिल को क्यों पसंद किया?
अपने इस बयान से प्रधानमंत्री मोदी समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर निशाना साध रहे थे. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिया गया बयान आंकड़ों के आधार पर गलत है. इस मामले के जांच अधिकारी डीसीपी अभय चुडास्मा ने स्पष्ट किया था, लाल और सफेद कारों में विस्फोट फिट किया गया था. जांच रिपोर्ट में कहीं साइकिल का जिक्र नहीं है.
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है. वरिष्ठ पत्रकार साक्षी जोशी (Sakshi Joshi) ने भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए इस बयान की आलोचना की है. उन्होंने लिखा है कि, हम हैरान हैं कि आप देश के प्रधानमंत्री होते हुए दिल्ली चुनाव में पहले कपड़ों से पहचाना जा सकता है से लेकर अपने विरोधियों को टारगेट करने के लिए हर साइकिल वाले को बम धमाका करने वाला साबित करने तक आ चुके हैं. ऐसे स्तरहीन भाषण से हर साइकिल वाले की जान जोखिम में डाल रहे हैं आप.
हम हैरान हैं कि आप देश के प्रधानमंत्री होते हुए
दिल्ली चुनाव में पहले कपड़ों से पहचाना जा सकता है
से लेकर अपने विरोधियों को टारगेट करने के लिए हर साइकिल वाले को बम धमाका करने वाला साबित करने तक आ चुके हैं।
ऐसे स्तरहीन भाषण से हर साइकिल वाले की जान जोखिम में डाल रहे हैं आप https://t.co/TtD29jQMx8— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) February 20, 2022
पत्रकार श्याम मीरा सिंह (Shyam Meera Singh) ने प्रधानमंत्री मोदी को जवाब देते हुए लिखा है कि, PM मोदी जी, आपकी जानकारी के लिए बता दूँ, 21 नवंबर, 1963 के दिन देश के पहले रॉकेट लॉंच के लिए रॉकेट को भी साइकिल पर ले ज़ाया गया था, आज भी देश के लाखों मज़दूर साइकिल से मजदूरी के लिए जाते हैं. आप अड़ानी के हेलिकॉप्टर में उड़ते हैं और ग़रीबों की साइकिल का मज़ाक़ उड़ाते हैं.
PM @narendramodi जी, आपकी जानकारी के लिए बता दूँ, 21 नवंबर, 1963 के दिन देश के पहले रॉकेट लॉंच के लिए रॉकेट को भी साइकिल पर ले ज़ाया गया था, आज भी देश के लाखों मज़दूर साइकिल से मजदूरी के लिए जाते हैं. आप अड़ानी के हेलिकॉप्टर में उड़ते हैं और ग़रीबों की साइकिल का मज़ाक़ उड़ाते हैं https://t.co/BIvpQKz8RE
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) February 20, 2022
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया यह बयान बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश में मुसीबत खड़ी कर सकता है. जिस साइकिल का जिक्र प्रधानमंत्री कर रहे हैं उस साइकिल का इस्तेमाल गरीब, मजदूर, युवा हर कोई करता है और समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर निशाना साधने के चक्कर में प्रधानमंत्री ने शायद इस बयान से मुसीबत मोल ले ली है. इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कपड़े से पहचानने की बात की थी.