न्यूज़ वेबसाइट द फायर के मुताबिक गोवा में स्मृति ईरानी (Smriti Irani) की बेटी ज़ोइश ईरानी (Zoish Irani) द्वारा चलाए जा रहा है रेस्टोरेंट में शराब के लिए लाइसेंस फर्जी आधार पर लिया गया था इसके लिए गोवा के एक्साइज कमिश्नर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया हैै. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी पर आरोप है कि उन्होंने जिस व्यक्ति के नाम पर शराब का लाइसेंस बनवाया था उसकी मौत 2021 में हो गई थी, उसके बावजूद रेस्टोरेंट का लाइसेंस रिन्यू कर दिया गया था.
इसी के आधार पर कांग्रेस नेत्री अलका लांबा (Alka Lamba) ने स्मृति ईरानी से सवाल किया है. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल से एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी को लेकर द “वायर और गोवा के अखबारों में खबर छपी हुई है”. उन्होंने आगे कहा कि स्मृति ईरानी इस बात की जानकारी दें कि उनकी बेटी को कमिश्नर द्वारा नोटिस दिया गया है. खुलासा हुआ है कि, आपकी बेटी जो गोवा में एक रेस्टोरेंट चलाती है, वहां शराब परोसने के लिए जो लाइसेंस बनवाया गया था वह फर्जी तरीके से बनवाया गया है?
अलका लांबा ने सवाल किया है कि हम जानना चाहते हैं कि जिस व्यक्ति की मृत्यु 17 मई 2021 को हो गई थी उसके नाम से ही 22 जून 2021 को लाइसेंस प्राप्त किया? देश यह जानना चाहता है कि क्या आपने अपनी कुर्सी और सत्ता का दुरुपयोग करके ऐसा काम किया है? आप हमें बताएं कि फर्जी लाइसेंस बनवा कर रेस्टोरेंट चलाने में आपने अपनी बेटी की मदद की है या नहीं?
जवाब देंगी या भागेंगी?
कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि स्मृति इरानी जी देश जानना चाहता है कि क्या आप सवालों का जवाब देंगी या सवालों से भागेंगी? क्या यह सच है कि आपकी बेटी ने फर्जीवाड़ा कर एक मरे हुए व्यक्ति के नाम से गोवा में शराब परोसने का लाइसेंस हासिल कियाा, जिस पर उन्हें एक्साइज कमिश्नर ने नोटिस भेजा है? अलका लांबा ने अपने ट्वीट के साथ स्मृति ईरानी और भाजपा के ट्विटर हैंडल को भी टैग किया है.
आपको बता दें कि “द वायर” की एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी ज़ोइश ईरानी द्वारा उत्तर गोवा में संचालित “सिली सोल्स कैफे एंड बार” को आबकारी आयुक्त ने कथित अवैध तरीके से बाहर लाइसेंस रखने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि यह रेस्टोरेंट्स पिछले कुछ समय से एक मृत व्यक्ति के नाम पर शराब लाइसेंस का नवीनीकरण हासिल करता रहा है. यह रेस्टोरेंट्स विवादास्पद तरीके से सुर्खियों में आ गया है. विवाद इस बात पर है कि यह रेस्टोरेंट्स पिछले समय से एक मृत व्यक्ति के नाम पर शराब लाइसेंस का नवीनीकरण हासिल करता रहा है.
आबकारी विभाग ने कहा है कि किसी ने लाइसेंस धारक की ओर से हस्ताक्षरित आवेदन किया था कि कृपया इस लाइसेंस को वर्ष 2022-23 के लिए नवीनीकृत करें और उक्त लाइसेंस को 6 महीने के भीतर ट्रांसफर कर दिया जाएगा. इस मामले की सुनवाई 29 जुलाई को तय की गई है. शिकायत करने वाले वकील रोड्रिक्स एक आरटीआई आवेदन के जरिए यह दस्तावेज पाने में कामयाब रहे थे. उन्होंने कहा वह चाहते हैं कि केंद्रीय मंत्री के परिवार द्वारा आबकारी अधिकारियों और स्थानीय असगाओ पंचायत के साथ मिलकर की गई इस बड़ी धोखाधड़ी की गहन जांच की जाए.