पूरे देश में इस समय अग्निपथ योजना को लेकर बवाल मचा हुआ है. अलग-अलग राज्यों से हिंसक प्रदर्शन की खबरें भी आ रही हैंं. वहीं विपक्ष भी इस योजना के विरोध में युवाओं का साथ दे रहा है. इस योजना से सेना में जाने वाले अग्निवीरों के भविष्य को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अग्निवीरों के लिए अनोखा बयान दे दिया है, जिसकी जमकर आलोचना हो रही है.
मध्य प्रदेश के इंदौर में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कहा, मैं एक अग्निवीर को प्राथमिकता दूंगा कि वह भाजपा कार्यालय में सुरक्षा के लिए रहे. आप भी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी के ऑफिस में सिक्योरिटी गार्ड के लिए अग्निवीरों को प्राथमिकता दूंगा. हालांकि इस बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है.
अब उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई पेश की है. उन्होंने लिखा है कि, अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे. सेना में सेवा कार्यकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जाएंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा. मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था.
आपको बता दें कि योजना के ऐलान होने के बाद से ही इसका विरोध हो रहा है. ऐसे में बीजेपी नेताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह जनता तक इस योजना के बारे में सही जानकारी पहुंचाएं. इसलिए सभी लोग इस योजना को लेकर अपनी तरफ से बयान दे रहे हैं. विपक्ष और युवाओं द्वारा लगातार इस योजना के वापस लेने की मांग की जा रही है. लेकिन तीनों सेनाओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हुई है. जिसमें सेना के अधिकारियों ने यह क्लियर कर दिया है कि योजना वापस नहीं ली जाएगी.
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर तीनों सेना प्रमुखों की बैठक हुई थी. इस मीटिंग में अग्निपथ योजना लागू करने और आंदोलनकारियों को शांत करने के तरीकों पर चर्चा हुई थी. योजना को लेकर राजनाथ सिंह द्वारा दो दिनों में बुलाई गई यह दूसरी समीक्षा बैठक थी.