प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों एक विशालकाय अशोक स्तंभ का अनावरण किया था, जो कि नए संसद भवन की छत पर लगा है. इसको लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय चिन्ह को बदल दिया गया है. विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह यानी अशोक स्तंभ के डिजाइन के साथ खिलवाड़ किया गया है.
इसको लेकर सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. लोग मोदी सरकार की आलोचना भी कर रहे हैं. बीजेपी की तरफ से इसको लेकर सफाई भी पेश की गई है. बीजेपी के नेताओं की तरफ से कहा गया है कि नई संसद बिल्डिंग में लगा अशोक स्तंभ पूरी तरीके से सारनाथ में मौजूद अशोक स्तंभ पर ही आधारित है.
अब इसी को लेकर पत्रकार सुशांत सिन्हा (Sushant Sinha) ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि, विपक्षी नेताओं के घर के बाहर मौजूद कबूतरों ने सामूहिक आत्महत्या का प्लान बनाया है. उनका कहना है कि अगर ये लोग शेर को शांति का प्रतीक मानते हैं तो हम कबूतरों को इतने सालों तक शांति का प्रतीक बता बता कर क्यों उड़ा रहे थे. धोखा है ये.
विपक्षी नेताओं के घर के बाहर मौजूद कबूतरों ने सामूहिक आत्महत्या का प्लान बनाया है। उनका कहना है कि अगर ये लोग शेर को शांति का प्रतीक मानते हैं तो हम कबूतरों को इतने सालों तक शांति का प्रतीक बता बता कर क्यों उड़ा रहे थे। धोखा है ये।
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) July 12, 2022
दरअसल सुशांत सिन्हा ने यह ट्वीट विपक्षी पार्टियों और उनके समर्थकों तथा बुद्धिजीवियों पर तंज करते हुए किया है. लेकिन यह ट्वीट करते ही वह ट्रोल हो गए. रुक्मकेस नामक टि्वटर यूजर्स ने सुशांत का जवाब देते हुए लिखा कि, वाकई में आज के पत्रकारों में शर्म नाम की कोई चीज नहीं बची है, देख भाई वो लोग राजनेता हैं और राजनीति कर रहे हैं, लेकिन तुम जैसे दलाल हर जगह सरकार का समर्थन क्यों करते फिरते हो, सरकार के प्रवक्ता वो जबाव दे देंगे, तुम लोग बीच में ही क्यों उछल जाते हो, पत्रकारिता धर्म निभाइए.
राजकुमार स्वामी नामक ट्विटर यूजर ने सुशांत का जवाब देते हुए लिखा कि, सुशांत भाई सूत्रों ने बताया कि गोदी मिडिया पत्रकारों के घरों के बाहर मौजूद कुत्ते सामूहिक हड़ताल पर जाने का प्लान बना रहे हैं! वो चाहते हैं कि भाजपा गोदी मिडिया पत्रकारों को हमारे से ज्यादा “वफादार” समझना बंद करें. “ऑल इंडिया कुत्ता” संघ ‘वफादारी’ शब्द को पेटेंट करवा सकता है!
अमित वर्मा ने सुशांत का जवाब देते हुए लिखा कि, गोदी मीडिया में एक से बढकर एक जोकर है. शेर शांत है तभी इसमें बकरी+घोडा +हाथी जो शाकाहारी है साथ दिख रहें है. यही चीज़ इसे विश्व में खास बनाती है इसलिए यह हमारा राष्ट्रीय चिन्ह है. लेकिन अन्ध भक्त ओर गोदी मीडिया इसमें जो मेसेज पूरे विश्व को अहिंसा का पाठ पढाता है वो नहीं दिखेगा.