सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल (viral video) हो रहा था, जिसमें कुछ महिला शिक्षक सपना चौधरी (Sapna Choudhary) के गानों पर सरकारी स्कूल में ही डांस करती हुई नजर आ रही थीं. दरअसल, यह वीडियो कुछ दिन पहले का ही है, जिसमे आगरा के परिषदीय विद्यालय की कक्षा में फिल्मी और वीडियो एल्बम के गानों पर महिला शिक्षक ठुमके लगाते हुए नजर आ रही थीं.
कोरोना काल में विद्यालय में इन दिनों बच्चे नाममात्र में आ रहे हैं. तब शिक्षिकाओं ने पार्टी का आयोजन कर डाला और सपना चौधरी के गानों पर जोरदार डांस करती हुई नजर आईं. इसी बीच किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया.
इसके बाद महिला शिक्षकों पर कार्यवाही हुई है. प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने मामले में पांच महिला शिक्षकों को शिक्षा पद की मर्यादा और विभागीय गरिमा धूमिल करने का दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया है. आपको बता दें कि प्रभारी बीएसए बृजराज सिंह का ऐसा कहना है कि अछनेरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय साधन की महिला शिक्षकों द्वारा कक्षा में डांस करते हुए कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे.
इस मामले में खंड शिक्षाधिकारी ने आरोपित महिला शिक्षकों और विद्यालय प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा था. 5 से 4 महिला शिक्षकों ने सामूहिक स्पष्टीकरण दिया कि उक्त आयोजन 17 मार्च को बाल सभा और ऑनलाइन क्लास के लिए हुआ था परंतु जवाब संतोषजनक नहीं था.
बता दें कि सहायक अध्यापक रश्मि सिसौदिया, अंजली यादव, सुमन कुमारी, पूजा रानी और जीविका कुमारी को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है. निलंबन अवधि में रश्मि सिसौदिया को ब्लाक संसाधन केंद्र (बीआरसी) फतेहपुरसीकरी, जीविका कुमारी को बीआरसी शमसाबाद, सुमन कुमारी को बीआरसी बरौली अहीर, अंजली यादव को बीआरसी खंदौली व सुधारानी को बीआरसी एत्मादपुर से संबद्ध किया है.
वायरल वीडियो मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति बनाई गई है, जिसमें खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) बरौली अहीर वीरेश कुमार, बीईओ फतेहाबाद विरेंद्र कुमार शर्मा व परियोजना अधिकारी सर्व शिक्षा अभियान कल्पना श्रीवास्तव शामिल हैं. समिति के सदस्यों को 3 दिन के अंदर निलंबित महिला शिक्षकों को आरोप पत्र देना है. आपको बता दें कि पांचों महिला शिक्षकों को फिल्मी गानों पर नृत्य करने, अनैतिक आचरण करने, अध्यापक पद और विभाग की गरिमा को धूमिल करने का प्रयास किए जाने का दोषी पाया गया है.
इन आरोपों में उनके ऊपर निलंबन की कार्यवाही की गई है. सोशल मीडिया पर महिला शिक्षकों का डांस वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जब यह वीडियो वायरल हुआ तो इसके बाद कार्यवाही की गई. वहीँ महासंघ के प्रदेश संयोजक मुकेश डागुर ने ऐसा कहा कि कोरोना काल में बंद कमरे में शिक्षिकाओं ने फिल्मी गाने पर डांस किया था.
इसके साथ ही एक शिक्षिका ने रिकॉर्ड कर लिया था. अब यही वीडियो वायरल हो रहा है. इस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की जा रही है, जिसकी वजह से शिक्षिकाएं तनाव में हैं. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी यह वीडियो वायरल किया है उसके खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए. उन्होंने वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाने की बात कही है.