नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) द्वारा दिए गए बयान की निंदा भारत के अंदर तो हुई ही हुई भारत के बाहर भी हुई और जमकर विरोध हुआ. आखिरकार बीजेपी को अपनी प्रवक्ता को पार्टी से निष्कासित करना पड़ा. बीजेपी ने ऐसा उस वक्त किया जब विदेशों में विरोध होने लगा, विदेशों से आवाजें आने लगी. लेकिन जब तक भारत में नूपुर शर्मा के बयान पर विरोध होता रहा बीजेपी ने कोई एक्शन नहीं लिया. बीजेपी को बयान जारी करना पड़ा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं.
नूपुर शर्मा को बीजेपी ने पार्टी से तो निष्कासित कर दिया है लेकिन बहुत से बीजेपी नेता अभी भी नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं. बीजेपी की एक पूरी टीम सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का समर्थन कर रही है. लेकिन बीजेपी की कहीं ना कहीं मजबूरी है कि वह विदेशी धरती पर खुद को धर्मनिरपेक्ष दिखाना चाहती है, इस कारण वह खुलकर नूपुर शर्मा का समर्थन नहीं कर सकती.
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा गिरफ्तार हो सकती है. दिल्ली पुलिस ने उन पर गैर जमानती धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. हेट स्पीच मामले में दो और F.I.R. असदुद्दीन ओवैसी और यति नरसिंहानंद समेत 32 लोगों पर भी की गई है. इधर महाराष्ट्र पुलिस ने भी नवीन जिंदल और नूपुर शर्मा को 15 और 22 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है.
दूसरी तरफ पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इसको लेकर जहां बीजेपी पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को बीजेपी ने पार्टी से निलंबित कर दिया है तो वहीं अब ओवैसी को भी भड़काऊ बयान देना महंगा पड़ गया है. उन पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. वहीं इस मुद्दे पर न्यूज़ चैनलों पर टीवी डिबेट भी काफी देखी जा रही है. और कहीं ना कहीं यह पूरा मामला टीवी डिबेट के कारण ही सुर्खियों में आया है. लोग टीवी डिबेट कभी विरोध कर रहे हैं.
आपको बता दें कि जब से नूपुर शर्मा के बयान का विदेशों तक में विरोध हुआ है उसके बाद से भड़काऊ बयान को लेकर सरकार सख्त नजर आ रही है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस में नफरत फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर दो एफआईआर दर्ज की है. एक में नूपुर शर्मा आरोपी है तो दूसरे में ओवैसी और यती नरसिंहानंद समेत 31 लोगों को नामजद किया गया है.
आपको बता दें कि ओवैसी को F.I.R. से दिक्कत हुई है. उन्होंने कहा है कि मैंने पहली बार ऐसी F.I.R. देखी है जिसमें अपराध का जिक्र नहीं किया गया है. हम इससे डरने वाले नहीं हैं. हम अपने वकीलों से सलाह लेंगे और जरूरत पड़ने पर इसका समाधान करेंगे. ओवैसी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153, 295 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है. क्योंकि उनकी पार्टी के लोग नूपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ बातें और प्रदर्शन कर रहे थे.