महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. पिछले 3 दिनों की तरह राज्य में शुक्रवार को भी वार्ता का दौर जारी रहा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सेना भवन में शिवसैनिकों से बात की तो आदित्य ठाकरे ने जिला स्तर के पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया. इसके बाद शरद पवार सहित एनसीपी के शीर्ष नेताओं ने आगे की रणनीति पर बैठक भी की.
शुक्रवार को शाम होते-होते विधानसभा सचिवालय में शिवसेना के 16 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की अपील पर मंथन हुआ. आज शिवसेना ने अपनी सभी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को बुला लिया है. आदित्य ठाकरे भी युवा नेताओं की सभा को संबोधित करेंगे. वहीं बीजेपी नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस केंद्रीय मंत्री रामदास अठावाले के साथ राज्य के मौजूदा हालात पर चर्चा करेंगे.
मैंने लड़ाई नहीं छोड़ी है
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में बैठक के दौरान शिवसैनिकों से कहा कि मैंने वर्षा यानी मुख्यमंत्री आवास छोड़ा है लड़ाई नहीं. मुख्यमंत्री पद को लेकर मुझे कोई लालच नहीं. मुझमें अभी भी लड़ने की इच्छाशक्ति है. जिस तरह से बगावत हुई वह सही नहीं है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह ठाकरे और शिवसेना के नाम का इस्तेमाल किए बिना सरवाइव नहीं कर सकते.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, मेरे कंधे से लेकर पैरों तक कोई हलचल नहीं थी. कुछ लोगों को लगा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं होगी. लोग दुआ कर रहे थे कि मैं ठीक ना हो जाऊं. लेकिन मुझे ऐसे लोगों की परवाह नहीं. उन्होंने कहा कि मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे मुख्यमंत्री पद मिलेगा.
शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखकर बागी हुए 16 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है. बागियों की सदस्यता रद्द करने को लेकर कानूनी पहलुओं पर चर्चा हुई है. अब सभी बागियों को नोटिस भेजा जाएगा. अगर बागीयों की सदस्यता रद्द कर दी जाती है तो वह फ्लोर टेस्ट में वोट नहीं दे सकेंगे.
महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर ने उद्धव ठाकरे कैंप के अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के रूप में मान्यता दे दी है. इसके अलावा सुरेश प्रभु को चीफ व्हिप चुना गया है. डिप्टी स्पीकर का यह फैसला शिंदे कैंप के लिए किसी झटके से कम नहीं है. दरअसल एकनाथ शिंदे की तरफ से भी डिप्टी सीएम को पत्र लिखा गया था, इसमें कहा गया था कि संख्या बल के हिसाब से वह लोग मजबूत है और वह खुद विधायक दल के नेता है.