रूस के राष्ट्रपति पुतिन के 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई के ऐलान के बाद रूसी सेना यूक्रेन में प्रवेश कर चुकी है. इसके बाद ही यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में धमाकों की आवाज सुनी गयी गई. रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन सेना और हमलावर बलों के बीच लड़ाई के बाद रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में एक न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा कर लिया.
जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक रूस के साथ युद्ध के बीच यूक्रेन में इंटरनेट बंद हो गया है. बड़े पैमाने पर साइबर हमलों के साथ यूक्रेन की सारी वेबसाइट और बैंकों पर हमला करने के बाद रूसी हैकर अब एक महत्वपूर्ण युद्ध के बीच स्थानीय लोगों को चुप कराने के लिए यूक्रेन में इंटरनेट के बुनियादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं.
लेकिन इन सबके बीच एक महत्वपूर्ण जानकारी आ रही है. जानकारी के मुताबिक संघर्ष के बीच यूक्रेन कमजोर भले दिख रहा हो, लेकिन उसने हार नहीं मानी है. कीव तक रूसी सेना पहुंचने की खबर के बीच एक नई और हम खबर निकल कर आ रही है.
बताया जा रहा है कि Melitopol शहर पर यूक्रेन की सेना ने फिर से कब्जा कर लिया है. इस पर रूसी सेना का कब्जा हो गया था और अब फिर से रूसी सेना को यूक्रेन की सेना ने खदेड़ कर अपने शहर पर दोबारा कब्जा कर लिया है.
वही इसके अलावा एक और जानकारी आ रही है कि इंटरनेशनल ऑटोमेटिक एनर्जी एजेंसी को दी गई जानकारी के मुताबिक चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र का इलाका अब दोबारा यूक्रेन के कब्जे में आ चुका है.
रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव में प्रवेश कर चुकी है. लेकिन यूक्रेन की राजधानी में आने और बाहर जाने के लिए महत्वपूर्ण पुल को यूक्रेन की सेना ने उड़ा दिया है, ऐसा रूस की सेना को वहां से घुसने या फिर बाहर निकलने से रोकने के लिए किया गया है. रूस की अभी पूरी सेना यूक्रेन की राजधानी में प्रवेश नहीं कर पाई थी.
यूक्रेन जिस तरीके से एक महाशक्ति के सामने लड़ रहा है वह काबिले तारीफ है. यूक्रेन हार मानने के लिए तैयार नहीं है और डटकर मुकाबला कर रहा है. ऐसे वक्त में अगर उसे किसी दूसरे देश से थोड़ी सी भी सैन्य मदद मिल जाती है तो रूस के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.