रूस से यूक्रेन की जंग लगातार जारी है यूक्रेन में चारों तरफ तबाही मची हुई है लेकिन यूक्रेन घुटने टेकने के लिए तैयार नहीं है इस बीच रूस से जंग के बीच में ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करने के बाद एक ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. जेलेंस्की ने ट्वीट में कहा है कि, उन्होंने भारत से सुरक्षा परिषद में यूक्रेन का साथ देने की गुजारिश की है. आपको बता दें कि जेलेंस्की लगातार अपनी सेना का और अपने देश के निवासियों का हौसला बढ़ा रहे हैं.
अमेरिका जिस पर यूक्रेन को सबसे ज्यादा भरोसा था उसने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं और अभी तक यूक्रेन की सहायता के लिए रूस के विरोध में सेना नहीं भेजी है अमेरिकी राष्ट्रपति ने और इसकी आलोचना चारों तरफ हो रही है क्योंकि यूक्रेन आज जिस परिस्थिति में आकर फस गया है उसका जिम्मेदार कहीं ना कहीं अमेरिका है.
यहां पर सवाल यह है कि क्या प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन का साथ देंगे या फिर पिछले दरवाजे से रूस की सहायता करते रहेंगे. इस वक्त रूस चाइना का सबसे अच्छा दोस्त साबित हो रहा है और चाइना ने पिछले दिनों हमारी सेना को नुकसान पहुंचाया था और अभी भी अरुणाचल प्रदेश में उसकी नजरें हैं. तो क्या प्रधानमंत्री मोदी चाइना पर दबाव बनाने के लिए रूस पर दबाव बनाएंगे, विदेश नीति का परचम लहराएंगे अपने तरीके से?
उम्मीद कम दिख रही है कि मौजूदा बीजेपी सरकार रूस के विरोध में खड़ी होगी. उम्मीद कम दिख रही है कि मौजूदा बीजेपी सरकार यूक्रेन में रूस को सबक सिखाने का कोई प्लान बनाएगी. इस वक्त रूस के साथ पाकिस्तान कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है और चाइना कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है और भारत भी इस वक्त कहीं ना कहीं पिछले दरवाजे से रूस का साथ दे रहा है. तो क्या इस वक्त हम रूस और पाकिस्तान के साथ हैं? सवाल यही है.