Ashish Mishra

लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र (Ajay Mishra) के बेटे को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. गिरफ्तारी से पहले उससे करीब 12 घंटे पूछताछ की गई. मर्डर, एक्सीडेंट में मौत, आपराधिक साजिश और लापरवाही से वाहन चलाने की धाराओं में उसे अरेस्ट किया गया है.

मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान दर्ज किए गए. आशीष (Ashish Mishra) घटना के सातवें दिन शनिवार को क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुआ था. उसे क्राइम ब्रांच की ऑफिस में 11 बजे बुलाया गया था, लेकिन वह 10:36 पर 24 मिनट पहले ही पहुंच गया. रुमाल से उसने अपना मुंह छिपा रखा था. पुलिस उसे क्राइम ब्रांच के पिछले दरवाजे से भीतर ले गई.

मारे गए ड्राइवर की फोटो अहम सबूत

पूछताछ के दौरान मारे गए ड्राइवर की तस्वीर अहम सबूत बनी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम के दौरान हरिओम पीले रंग की धारीदार शर्ट पहने था, जबकि आशीष मिश्रा की ओर से हरिओम को थार जीप का ड्राईवर बताया गया था. दरअसल वायरल वीडियो और फोटो में थार जीप का ड्राइवर सफेद शर्ट में देखा जा सकता है. आपको बता दें कि घटना के दिन आशीष मिश्रा उर्फ मोनू सफेद शर्ट में था.

गिरफ्तार आरोपियों में से भी एक ने थार जीप में मोनू के होने का जिक्र किया है. आरोपी ने बताया था कि घटना के तुरंत बाद मोनू की राइस मिल में गए थे. थार जीप से मिले 315 बोर के मिस कारतूसों की जांच जारी है. आशीष मिश्रा के 315 बोर के लाइसेंसी असलहे की कारतूस होने का शक है. एसआईटी ने शासन से फॉरेंसिक टीम की मांग की है.

14 बार भेजा गया चाय-नाश्ता

Ashish Mishra2

पूछताछ के दौरान 14 बार चाय और नाश्ता अंदर गया है. आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील अवधेश सिंह और मंत्री अजय मिश्र टेनी के प्रतिनिधि अरविंद सिंह संजय और भाजपा के सदर विधायक योगेश वर्मा भी अंदर मौजूद रहे. क्राइम ब्रांच के दफ्तर में SDM सदर भी मौजूद रहे.

पूछताछ में 10 एफिडेविट और एक पेन ड्राइव के साथ दो मोबाइल पेश किए गए है. जिनसे SIT संतुष्ट नहीं दिख रही है. बताया जा रहा है कि 13 वीडियो SIT को दिए गए हैं. जिसकी जांच फॉरेंसिक एक्सपर्ट करेंगे. आशीष मिश्रा को थोड़ी देर में मेडिकल जांच और कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा सकता है, मीडिया को रोकने के लिए सिक्योरिटी बढ़ाई गई है.

अजय मिश्र बोले- हम आपके साथ हैं

लखीमपुर में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने BJP दफ्तर की बालकनी में आकर समर्थकों से शांत कराया. उन्होंने कहा कि बेटा पूछताछ के लिए गया है. इस सरकार में निष्पक्ष जांच होगी। ऐसी-वैसी कोई बात नहीं है. ऐसी-वैसी कोई बात होगी तो हम आपके साथ हैं. अजय मिश्रा के इस बयान को एक तरह से गिरफ्तारी की स्थिति में सरकार के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है. कार्यालय पर मौजूद समर्थकों ने कहा कि आशीष भैया दंगल में थे. घटनास्थल पर किसानों के रूप में आतंकवादी थे.

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