महाराष्ट्र में अब नई सरकार कब और कैसे बनेगी यह सवाल सबके सामने है. खबरों के मुताबिक 48 घंटे में महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जा सकती है. इस दौड़ में देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का नाम सबसे आगे नजर आ रहा है. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) डिप्टी सीएम बन सकते हैं, ऐसी चर्चाएं भी सियासी गलियारों में तैर रही हैं. इससे पहले कल फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट मे हार के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
मुख्यमंत्री पद छोड़ने के साथ ही उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद की सीट भी छोड़ दी थी. इसके साथ ही एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि हमसे शिवसेना कोई नहीं छीन सकता. इस बीच बागी विधायक एकनाथ शिंदे गोवा से मुंबई पहुंच चुके हैं. वह देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर चुके हैं बताया जा रहा है कि वह राज्यपाल से भी मिलेंगे. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह कल ही हो सकता है.
इन सबके बीच आपको बता दें कि यह शिवसेना में अब तक की सबसे बड़ी टूट बताई जा रही है. यह चौथी बार हुआ है. पहली बार 39 से ज्यादा विधायकों ने ठाकरे परिवार को छोड़कर बाकी एकनाथ शिंदे के साथ जाने का फैसला किया है. इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ. पहली बार 1999 में छगन भुजबल के साथ आठ विधायक शिवसेना से अलग हुए थे. उसके बाद 2005 में नारायण राणे 10 विधायकों के साथ शिवसेना से अलग हुए. राणे को शिवसेना महाराष्ट्र का सीएम बना चुकी थी.
उसके बाद जब उद्धव ठाकरे को पार्टी की कमान दी गई तो 2005 में राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने खुद को अलग करके महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का गठन किया. राज ठाकरे ने बड़े पैमाने पर पार्टी कैडर को तोड़ा. हालांकि उनके साथ विधायक नहीं गए थे. महाराष्ट्र में जारी हलचल के बीच एक बार फिर से राज ठाकरे ने एक ट्वीट किया है, जिसके सियासी मायने क्या है यह अभी क्लियर नहीं हुआ है.
पिछले कुछ दिनों से कहा जा रहा था कि एकनाथ शिंदे के विधायक और खुद एकनाथ शिंदे राज ठाकरे की पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं और बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार बना सकते हैं. लेकिन इन सबके बीच सियासी तस्वीर से राज ठाकरे की पार्टी एकदम से गायब है और अब राज ठाकरे ने ट्वीट करके कहा है कि, जिस दिन मनुष्य अपने सौभाग्य को ही अपना निजी कर्तव्य मानने लगता है उस दिन से पतन का प्रवास शुरू होता है. हालांकि यह उन्होंने किसके लिए कहा है यह अभी क्लियर नहीं हुआ है.
— Raj Thackeray (@RajThackeray) June 30, 2022
कुछ दिन पहले हनुमान चालीसा विवाद में राज ठाकरे फ्रंट फुट पर खेलते हुए नजर आ रहे थे. उस वक्त भी कहा जा रहा था कि यह सब कुछ बीजेपी के इशारे पर हो रहा है. लेकिन जिस तरीके से एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर बीजेपी ने शिवसेना को तोड़ा है और पूरे परिदृश्य से राज ठाकरे गायब दिखाई दे रहे हैं. उससे एक बार फिर यह साबित हो रहा है कि राज ठाकरे का इस्तेमाल महाराष्ट्र के अंदर बीजेपी ने किया है और अपना काम निकल जाने के बाद उन्हें साइडलाइन कर दिया.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में अब सियासी हलचल शुरू हुई है. सरकार बीजेपी बनाने का दावा करेगी. लेकिन एकनाथ शिंदे और उनके विधायक शिवसेना पर दावा करते हैं या फिर बीजेपी ज्वाइन करते हैं. यह आने वाले वक्त में पता चलेगा. अभी स्पीकर को लेकर भी फैसला होना है कोर्ट में यह मामला है.