प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) अब कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे. पिछले 15 दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहा है रहे हैं.
इससे पहले खबर थी कि प्रशांत किशोर ने 600 पेज का प्रेजेंटेशन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिया था. फिर सोनिया ने 8 सदस्यों की कमेटी प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करने पर सलाह लेने के लिए बनाई थी. कमेटी ने प्रशांत से कांग्रेस में आने से पहले बाकियों का साथ छोड़ने को कहा था.
मंगलवार को कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एक एंपावर्ड एक्शन ग्रुप 2024 का गठन किया और प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी देते हुए ग्रुप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. लेकिन उन्होंने मना कर दिया. हम उनके द्वारा पार्टी के लिए किए गए प्रयासों और सुझावों की सराहना करते हैं.
प्रशांत किशोर ने क्या कहा?
रणदीप सुरजेवाला के बाद प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट किया और साफ कर दिया कि वह कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहे हैं. उन्होंने लिखा कि मैंने एंपावर्ड एक्शन ग्रुप का हिस्सा बनने, पार्टी में शामिल होने और चुनाव की जिम्मेदारी लेने का कांग्रेस का प्रस्ताव ठुकरा दिया है. मेरी राय में पार्टी की अंदरूनी समस्याओं को ठीक करने के लिए कांग्रेस को मुझसे ज्यादा, लीडरशिप और मजबूत इच्छाशक्ति की जरूरत है.
क्या थी कांग्रेस की शर्त?
जो जानकारी निकल कर आ रही है उसके मुताबिक सोनिया गांधी ने इस बात से साफ इनकार कर दिया था कि प्रशांत किशोर अगर पार्टी में शामिल होते हैं तो उन्हें कोई विशेष ट्रीटमेंट दिया जाएगा.
सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के प्रेजेंटेशन और उनके पार्टी में शामिल होने पर विचार करने के लिए कांग्रेस नेताओं की समिति का गठन किया था. इस कमेटी ने सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. प्रशांत पर फैसला लेने के लिए कमेटी के सदस्य केसी वेणुगोपाल, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश और प्रियंका गांधी 10 जनपद गए थे.
गठित की गई कमेटी यह चाहती थी कि प्रशांत किशोर बाकी सभी राजनीतिक दलों से दूरी बना ले और फिर पूरी तरह कांग्रेस के लिए समर्पित हो जाए. प्रशांत ने सुझाव दिया था कि कांग्रेस ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और केसीआर की TRS जैसी रीजनल पार्टियों से गठबंधन कर ले. लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं थी. हालांकि कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने पहले ही प्रशांत किशोर से किनारा कर लिया था.
प्रशांत खुद हैदराबाद में 2 दिन तक तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के घर डेरा डाले हुए थे. इसके अलावा तेलंगाना में प्रशांत किशोर की कंपनी ने के चंद्रशेखर राव की पार्टी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है. वहीं तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए अभी से जुटी हुई है. ऐसे में प्रशांत किशोर का कहना था कि कांग्रेस केसीआर की पार्टी से गठबंधन करे, जबकि कांग्रेसी इसके लिए तैयार नहीं थी.