राजस्थान कांग्रेस में इशारे इशारे में वार पलटवार का दाैर जारी है. पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि मैं 50 साल तक यहीं रहूंगा. कहीं जाने वाला नहीं हूं, सारे अधूरे काम पूरा करूंगा.
गुरुवार काे जयपुर के एक हाेटल में राशिद किदवई की लिखी पुस्तक ‘भारत के प्रधानमंत्री’ का स्पीकर सीपी जाेशी और सचिन पायलट ने विमाेचन किया. पायलट का नया बयान पिछले दिनाें सीएम अशाेक गहलाेत की ओर से दिए गए बयान से जाेड़कर देखा जा रहा है.
गहलाेत ने पांच दिन पहले ही कहा था कि दिल्ली की मीडिया खबरें चला रही थी कि पंजाब के बाद राजस्थान की बारी है.. ऐसे लोगों को रात को सपने में मोदी दिखता है. मुझे अब 15-20 साल कुछ होने वाला नहीं, जिसे दुखी होना है वो हो, सरकार पूरे 5 साल चलेगी और अगली बार रिपीट होगी, धारीवाल जी मैं वापस इसी मंत्रालय का मंत्री बनाऊंगा.
विमाेचन के दाैरान मंच संचालक ने कहा कि पायलट ने कम उम्र में सेना से लेकर पत्रकारिता और राजनीति सफर में ऊंचे मुकाम हासिल किया. ऐसे में समय निकालकर किताब लिखनी चाहिए. इस पर पायलट ने कहा कि अगले 50 साल मैं यहीं रहूंगा. कहीं भी जाने वाला नहीं हूं, सारे अधूरे काम पूरा करूंगा. इसके बाद पूरे हाल में ठहाका लग गया.
इसके अलावा आपको बता दे कि राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी तनाव के बीच अब पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने लखीमपुर खीरी के बहाने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. टोंक दौरे पर आये सचिन पायलट ने लखीमपुर खीरी के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि हमेशा कोई पद पर नहीं रहता है.
सचिन पायलट ने कहा कि यह जनता है जितना समय आप दोगे सिंहासन पर बैठोगे. जब जनता करवट बदलती है तो इतनी जोर की पलटी पड़ती है कि आदमी को पता ही नहीं पड़ता क्या हो रहा है. पायलट ने कहा कि जिन लोगों के अंदर यह घमंड और अहंकार आ जाता है कि हम जीवन के अंतिम पड़ाव तक सत्ता में बैठे रहेंगे. मै समझता हूं कि वो गलत है.
पायलट की ओर से मंगलवार को दिये गये इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. राजनीति के जानकारों का कहना है कि पायलट ने प्रतिक्रिया भले ही लखीमपुर खीरी पर दी है, लेकिन उनके निशाने पर उनके धुर विरोधी सीएम अशोक गहलोत रहे हैं. पायलट ने इशारों ही इशारों में हाल ही में महात्मा गांधी जयंती पर सीएम गहलोत की ओर से दिये गये सियासी भाषण का सियासी भाषा में ही जवाब दिया है.
हालांकि पायलट ने इसके लिये किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका यह बयान गहलोत की स्पीच का जवाब माना जा रहा है. गहलोत ने भी अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन उनके बयान को भी विपक्ष और विरोधियों को दिया गया जवाब माना गया था.
उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती पर राजधानी जयपुर में सीएमआर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष और विरोधियों को निशाने पर लेते हुये पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा था राजस्थान में सरकार पूरे 5 साल चलेगी और यह दोबारा भी बनेगी. गहलोत ने कहा कि प्रदेश में अभी तक एंटी इनकंबेंसी जैसे कोई हालात नहीं हैं.
गहलोत ने अपनी एंजियोप्लास्टी को लेकर कहा कि पूरे प्रदेशवासियों की दुआएं काम आई हैं. मुझे अगले 15-20 साल तक कुछ होने वाला नहीं है. गहलोत ने कहा कि अब इससे भी कोई दुखी होता हो तो हो. इससे मुझे कुछ नहीं होगा. गहलोत के इस बयान को विरोधी गुट सचिन पायलट खेमे को भी इशारों ही इशारे में दिया गया जवाब माना गया था.