राजस्थान में इस वक्त राजनीतिक पारा अपने चरम पर है. गहलोत खेमे के 60 से अधिक विधायकों ने धारीवाल के घर हुई बैठक में स्पीकर सीपी जोशी से मिलकर इस्तीफा देने की घोषणा की है. विधायक दल की बैठक की जगह सभी विधायक यहां से विधानसभा स्पीकर के बंगले पर पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री के सलाहकार ने कहा है कि जिन लोगों ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की उनमें से किसी को मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहिए, हम सीधे स्पीकर के पास जाकर इस्तीफा देंगे यह बैठक में तय किया है.
कांग्रेस में मुख्यमंत्री बदलने के मुद्दे पर गहलोत के समर्थक विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है. मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक में गहलोत गुट के विधायकों ने स्पीकर की जोशी से मिलकर इस्तीफा सौंपने की रणनीति बनाई है. गहलोत गुट के विधायकों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने की सलाह दी. आपको बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस का संकट बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है.
माना जा रहा है कि गांधी परिवार सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है. यह सीधे-सीधे गांधी परिवार के फैसले के खिलाफ राजनीतिक ड्रामा राजस्थान में चल रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक विधायक दल की आज होने वाली बैठक से पहले टीम अशोक गहलोत के विधायकों ने बैठक की. उस बैठक में जो फैसला लिया गया उससे गतिरोध बढ़ गया है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टीम गहलोत के 56 विधायकों ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि मुख्यमंत्री 102 विधायकों में से एक होना चाहिए जिन्होंने पायलट और उनके अट्ठारह वफादार विधायकों द्वारा 2020 में विद्रोह के दौरान सरकार का समर्थन किया था. आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के अंदर इस तरह का ड्रामा चल रहा हो. इससे पहले भी कई मौकों पर कांग्रेस के भीतर ऐसी खींचतान देखने को मिली है.