भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत शुक्रवार तड़के सड़क हादसे का शिकार हो गए थे. हादसे में उन्हें गंभीर चोटें भी आई हैं. पंथ की कार का एक्सीडेंट रुड़की के पास हुआ. घायल होने के बाद उन्हें रुड़की के एक अस्पताल ले जाया गया था. घटनास्थल से जिस 108 एंबुलेंस से ऋषभ पंत को अस्पताल पहुंचाया गया उस एंबुलेंस के फार्मासिस्ट ने मीडिया से बात की है.
मीडिया से बात करते हुए फार्मासिस्ट ने बताया कि शुक्रवार तड़के करीब 5:40 पर एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची तब तक वहां से गुजर रहा एक बस ड्राइवर ऋषभ को बहुत बुरी तरह जल रही गाड़ी से बाहर निकल चुका था. इसके बाद उन्होंने ऋषभ को तुरंत स्ट्रेचर पर लिटाया और एंबुलेंस में रखा. तब ऋषभ को आंख में चोट लगी थी, नाक से खून बह रहा था.
जब फार्मासिस्ट ने मरीज से उसका नाम पूछा तो ऋषभ पंत ने फार्मासिस्ट से कहा कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत है. इसके बाद ऋषभ ने फार्मासिस्ट से कहा कि भाई मुझे बहुत दर्द हो रहा है, पहले कोई दर्द का इंजेक्शन दे दो. इसके बाद उन्हें इंजेक्शन दिया गया.
खुद गाड़ी क्यों चला रहे थे?
एंबुलेंस में ऋषभ पंत से सवाल पूछा गया कि हादसा कैसे हुआ तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ याद नहीं क्या हुआ. आंख लगी, फिर बाद में आग से घिरी हुई गाड़ी को देखा. वहीं अस्पताल ले जाने के बाद पूछा गया कि आप कार खुद क्यों ड्राइव कर रहे थे? इस पर उन्होंने बताया कि अकेले ड्राइव करने का कभी मौका नहीं मिल पाता है, टाइम नहीं मिल पाता है. आज मौका मिला था तो वह खुद ही दिल्ली से अपने घर जाने के लिए कार से निकल पड़े थे.