आमिर खान (Aamir Khan) की फिल्म “लाल सिंह चड्ढा” (Lal Singh Chaddha) बॉक्स ऑफिस पर 11 अगस्त को रिलीज होगी. इसी दिन बेहतरीन फैमिली और रोमांटिक तामा बनाने के लिए मशहूर आनंद एल रॉय के निर्माण और निर्देशन में अक्षय कुमार की रक्षाबंधन भी रिलीज होगी. हो सकता है बॉलीवुड इतिहास का सबसे बड़ा क्लैश भी बॉक्स ऑफिस खिड़की पर देखने को मिल सकता है. आमिर खान बुद्धिमानी, सावधानी और व्यापक रूप से अपनी फिल्म का प्रमोशन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. उधर सोशल मीडिया पर फिल्म का विरोध भी ऐतिहासिक ही माना जाएगा और दिखाई दे रहा है.
आमिर खान की मोस्ट अवेटेड फिल्म लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha) का विरोध पिछले कई दिनों से जारी है. विरोध भी ऐसा वैसा नहीं है. मानो आमिर खान लोगों के पड़ोसी है और निजी तौर पर लोग उन से खार खाए बैठे हुए हैं. लोग हर हालत में बॉलीवुड के परफेक्शनिस्ट की फिल्म फ्लॉप करवाना चाहते हैं. लोगों का मानना है कि आमिर खान की फिल्म देखने का मतलब पैसों की फिजूलखर्ची है. अलग-अलग प्लेटफार्म पर लाल सिंह चड्ढा के विरोध में तमाम प्रतिक्रियाएं नजर आ रही हैं, जिसमें विरोधियों की योजनाओं और उनके मकसद को समझा जा सकता है.
आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha) के विरोध में कुतर्क भी कई तरह के हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि लाल सिंह चड्ढा देखने की वजह अच्छा होगा कि अनाथ आश्रम में दान कर दें पैसों को. हालांकि दूसरी फिल्मों के ऊपर यह लोग जो पैसा खर्च करते हैं उसके लिए भी यह कुतर्क लागू हो सकता है. सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि 20 का दूध शिवलिंग पर चढ़ाने से अच्छा किसी गरीब को देना होगा, वैसे ही हर सनातनी को भी अब एक स्वर में कहना चाहिए कि 200-300 किसी मूवी का टिकट खरीदने की बजाय किसी असहाय और गरीब की सहायता की जाए. पुण्य भी मिलेगा और दिल की शांति भी.
ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा (Lal Singh Chaddha) के विरोध में यह कहते हुए पाए जा रहे हैं कि इसकी वजह कोई दूसरी फिल्म देखी जाए. आपको बता दें कि इस फिल्म का विरोध सोशल मीडिया पर टॉप ट्रेंडिंग में है. हालांकि यह भी माना जा रहा है कि इस तरह के विरोध के बाद कई फिल्में बड़ी सफल हुई हैं. आमिर खान ने भी इस विरोध को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वह लोग बॉलीवुड का बहिष्कार कर रहे हैं, आमिर खान का बहिष्कार कर रहे हैं, लाल सिंह चड्ढा का बहिष्कार कर रहे हैं. मैं दुखी हूं. बहुत से लोग जो यह कह रहे हैं कि मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो भारत को पसंद नहीं करता, यह बिल्कुल असत्य है.
आमिर खान ने कहा है कि मैं वाकई देश से प्यार करता हूं, मैं ऐसा ही हूं. अगर कुछ लोग ऐसा महसूस करते हैं तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने अपने प्रशंसकों और दर्शकों से अपनी फिल्म को एक उचित मौका देने के लिए कहा है. उन्होंने कहा मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ऐसा नहीं है, मैं देश से प्यार करता हूं. इसलिए कृपया मेरी फिल्मों का बहिष्कार ना करें. कृपया मेरी फिल्में देखें.
आपको बता देंगे सोशल मीडिया पर आमिर खान की फिल्म के बहिष्कार का आह्वान खासतौर पर दक्षिणपंथी समूह कर रहे हैं. उन्होंने 2015 के एक बयान को आधार बनाया है. इंडियन एक्सप्रेस द्वारा आयोजित रामनाथ गोयंका पत्रकारिता सम्मान समारोह में आमिर खान ने कहा था- जब मैं घर पर किरण के साथ बात करता हूं तो वह कहती है, क्या हमें भारत से बाहर जाना चाहिए? किरण का यह बयान एक बड़ा बयान है. उन्हें अपने बच्चे का डर है. वह इस बात से डरती हैं कि हमारे आसपास का माहौल कैसा होगा.
आमिर खान ने आगे कहा था, वह रोजाना अखबार खोलने से डरती हैं. इससे संकेत मिलता है कि लोगों में बेचैनी की भावना बढ़ रही है, निराशा बढ़ रही है. आपको लगता है कि ऐसा क्यों हो रहा है? आप कम महसूस करते होंगे. लेकिन वह भाव मुझ में मौजूद है. हालांकि उसी कार्यक्रम में आमिर खान ने कहा था कि हमारा देश बहुत सहनशील देश है. लेकिन यहां कुछ ऐसे लोग हैं जो नफरत फैलाते हैं. आपको बता दें कि आमिर खान का बयान ऐसे समय आया था जब देश में रोजाना लिंचिंग की घटनाएं हो रही थी और मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा था.