गौतम अडानी के साम्राज्य में एक तूफान आया हुआ है और इस तूफान से उनका पूरा साम्राज्य लगभग हिल चुका है. भारत से लेकर पूरी दुनिया में इस वक्त सिर्फ और सिर्फ अडानी की चर्चा हो रही है. कहा तो केवल 10 दिन पहले गौतम अडानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर आदमी थे. लेकिन अब तक उनकी संपत्ति रसातल में जा रही है.
अमेरिकी रिसर्च फर्म से मिले झटके के बाद अडानी ग्रुप के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक अडानी को 10 दिन में करीब 9 लाख करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है.
अमेरिकी रिसर्च फर्म की रिपोर्ट ने दुनिया में अरबपतियों की लिस्ट में दो नंबर तक पहुंचे गौतम अडानी को टॉप 20 से बाहर कर दिया. इस वक्त फोर्ब्स की रियल टाइम रेटिंग में अडानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में सतारा में पायदान पर खड़े हैं.
इस पूरे मामले में रेटिंग एजेंसी मूडीज का भी बयान आया है. एंजेसी ने कहा है कि अडानी ग्रुप की नकदी की स्थिति का आकलन किया जाएगा. अभी उनके लिए फंड जुटा पाना मुश्किल होगा. जबकि इससे पहले स्विजरलैंड की कंपनी क्रेडिट सुईस ने मार्जिन कर्ज देने के लिए समूह के बांड को गारंटी के रूप में स्वीकारना बंद कर दिया. सिटी ग्रुप में भी कंपनी की लैंडिंग वैल्यू हटा दी.
लेकिन यहां से मिली खुशखबरी
शुक्रवार को एक के बाद एक बुरी खबर के बीच अडानी ग्रुप को फिंच रेटिंग से खुशखबरी मिली. फिंच रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अडानी ग्रुप की कंपनियों का सिक्योरिटीज की रेटिंग पर तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा. फिंच रेटिंग यह भी कहती है कि उसे उम्मीद है कि अडानी ग्रुप के कैशफ्लो के पूर्वानुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. शॉर्टकट में कोई बड़ी ऑफशोर मैच्योरिटी नहीं है.