पिछले 8 साल में अगर देखा जाए तो बीजेपी की पिच पर तमाम राजनीतिक पार्टियां राजनीति करती हुई नजर आई है, लेकिन इस वक्त इसमें कुछ परिवर्तन दिखाई दे रहा है. तो क्या बीजेपी कांग्रेस के गेम प्लान में फंस गई है? राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” पर अभी तक बीजेपी के दूसरे, तीसरे दर्जे के नेता ही हमले कर रहे थे. लेकिन आज यानी शनिवार 10 सितंबर को मोदी सरकार के सबसे पावरफुल मंत्री और दूसरे नंबर पर गिने जाने वाले अमित शाह (Amit Shah) ने भी हमला कर दिया.
अमित शाह के बयान से यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि बीजेपी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहीं ना कहीं परेशान नजर आ रही है. अभी तक बीजेपी के किसी भी नेता ने राहुल पर इतना है तीखा हमला नहीं किया था. यहां तक कि अमित शाह राहुल की टी-शर्ट पर भी हमला बोल रहे हैं. तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान के जोधपुर में बीजेपी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने “भारत जोड़ो यात्रा” पर कटाक्ष किया है.
बीजेपी के कद्दावर नेता अमित शाह ने राहुल गांधी को पहले देश के इतिहास का अध्ययन करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि वह विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ने निकले हैं. उन्होंने कहा मैं राहुल बाबा और कांग्रेसियों को संसद में उनके भाषण के बारे में याद दिलाना चाहता हूं. राहुल बाबा ने कहा था कि भारत एक राष्ट्र नहीं है, राहुल बाबा आपने इसे इतिहास की किस किताब में पढ़ा? यह वह देश है जिसके लिए लाखों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी.
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी भारत को जोड़ने निकले हैं. लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें पहले भारतीय इतिहास का अध्ययन करने की जरूरत है. उन्होंने राहुल गांधी की टीशर्ट पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा भारत को एक राष्ट्र नहीं कहा, वह अब एक विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत को एकजुट करने की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास के लिए काम नहीं कर सकती. कांग्रेस केवल तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए काम कर सकती है.
राहुल गांधी की यात्रा से परेशान है बीजेपी?
बीजेपी और उसकी मशीनरी ने राहुल गांधी को एक गैर जिम्मेदार राजनेता साबित करने के लिए पिछले 8 साल में बेहिसाब पैसा खर्च किया, लेकिन अब वह इसमें कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. राहुल गांधी की यात्रा से बीजेपी के अंदर बेचैनी है. राहुल गांधी ने इस यात्रा के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी और आरएसएस पर देश के अंदर नफरत फैलाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी की इस यात्रा का हिस्सा देश के बेरोजगार युवा बन रहे हैं, इससे भी बीजेपी के अंदर कहीं ना कहीं बेचैनी दिखाई दे रही है. क्योंकि अगर युवा वोट बीजेपी के पास से खिसक गया तो 2024 बीजेपी के लिए मुश्किल हो सकता है.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बेरोजगार युवा और और छात्राएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. यह कहीं ना कहीं बीजेपी को परेशान करने वाला है. मीडिया ने पिछले 8 साल से विपक्ष का बहिष्कार करके रखा हुआ है. विपक्ष को बदनाम करने का मीडिया कोई भी मौका नहीं छोड़ता. इसलिए राहुल गांधी ने अपने तमाम भाषणों में मीडिया पर जबरदस्त हमले बोले हैं. क्योंकि मीडिया में विपक्ष को पॉजिटिव स्पेस नहीं मिलता. राहुल गांधी अब जनता से सीधा कनेक्ट होने के मूड में है और इस यात्रा में जिस तरीके से रिस्पांस दिखाई दे रहा है, वह कहीं ना कहीं बीजेपी के लिए चिंता का सबब है.